पटवारखाने से बिजली और पटवारी गायब, लोग परेशान
शहर का पटवारखाना एक ऐसा सरकारी दफ्तर है जहां कभी न कभी हर आम और खास को जाना पड़ता है।
जागरण संवाददाता, अमृतसर: शहर का पटवारखाना एक ऐसा सरकारी दफ्तर है, जहां कभी न कभी हर आम और खास को जाना पड़ता है। किसी को इंतकाल दर्ज करवाने तो किसी को अपने किसी सर्टिफिकेट लिए पटवारी की रिपोर्ट लेने पटवारखाने के चक्कर लगाने पड़ते हैं। आज हालात यह हैं कि 68 लाख रुपये का बिजली बिल न भरने के कारण इस दफ्तर का कनेक्शन कटे पांच दिन हो चुके हैं। गर्मी के चलते पटवारी अपने चैंबर्स से गायब हो चुके हैं। इसके चलते लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
तहसील-2 अमृतसर पटवार यूनियन के महासचिव रिपुदमन सिंह ने कहा कि इस संबंधी उन्होंने तहसीलदार और एसडीएम टू डॉ. शिवराज सिंह बल को सूचित करते हुए पत्र दिया है। क्योंकि पटवारखाने की लाइट कटी है तो चैंबर्स में बैठना मुश्किल है। इसके चलते वह कुछ समय के लिए पटवारखाने के बरामदे में बैठ कर काम करते हैं, लेकिन पूरा दिन ऐसा काम करना संभव नहीं। दस दिन से नहीं हो पाया इंतकाल: अवतार सिंह
ग्रीन एवेन्यू निवासी अवतार सिंह ने बताया कि उसने इंतकाल करवाना है। पिछले दस दिन के पटवारखाने के चक्कर लगा रहा है, लेकिन पटवारी ही अपनी सीट पर नहीं मिल रहा। तुंगबाला स्थित अपनी प्रॉपर्टी का इंतकाल दर्ज करवाने आज भी जब पटवारखाने पहुंचा तो कोई नहीं मिला। एक कर्मचारी से पूछा कि आज पटवारखाना में छुट्टी है, तो उसने कहा कि छुट्टी नहीं बल्कि पटवारखाने की लाइट कटी है। एक हफ्ते में चार चक्कर लगा चुका हूं, काम नहीं हुआ: नरेश
कटड़ा बघियां निवासी नरेश कुमार ने बताया कि उसने अपने पिता की पैतृक संपत्ति का कानूनी वारिस होने संबंधी सर्टिफिकेट बनवाना है। इसमें कुछ अधूरे दस्तावेजों को पूरा करवाना है। पिछले एक सप्ताह के दौरान वह पटवारखाना के चार चक्कर लगा चुका है, मगर हमेशा पटवारी अपनी सीट से नदारद ही मिला।
जेनरेटर के सहारे चल रहा तहीसल में काम
जिला तहसील का पेंडिग 68 लाख रुपये का बिल नहीं भरने के चलते बिजली कनेक्शन कटे पांच दिन हो चुके हैं। जनरेटर चला कर दफ्तरों के कंप्यूटर व अन्य सिस्टम आपरेट किया जा रहा है, लेकिन तहसील में एयर कंडीशंड नहीं चलने के चलते वहां काम के सिलसिले में पहुंचने वाले लोगों का बुरा हाल हो रहा है। पटवार खाने की लाइट कटने की जानकारी मिलने के बाद डायरेक्टर लैंड रिकार्ड्स जालंधर को सूचित कर दिया गया है। जल्द से जल्द बिजली का बिल भरवाने के लिए कहा गया है ताकि काम प्रभावित नहीं हो। इस संबंधी दोबारा लिख रहे हैं, ताकि गर्मी के मौसम में लोगों के साथ-साथ कर्मचारियों को भी राहत मिले।
- मुकेश कुमार शर्मा, जिला माल अधिकारी, अमृतसर।