गुरु नानक देव जी के उपदेश समूची मानवता के लिए हैं: हारून खालिद
। गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी के इतिहास विभाग की ओर से बाबा नानक और भक्ति लहर विषय पर ऑनलाइन लेक्चर करवाया।
जागरण संवाददाता, अमृतसर
गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी के इतिहास विभाग की ओर से बाबा नानक और भक्ति लहर विषय पर ऑनलाइन लेक्चर करवाया। इसमें अमेरिका व पाकिस्तान से माहिरों ने भाग लिया और गुरु साहिबान को लेकर अपने-अपने विचार पेश किए।
अमेरिका से सिख स्टडी के माहिर प्रो. गुरिदर सिंह मान ने लेक्चर की शुरुआत की और कहा कि गुरु नानक देव जी को संत परंपरा के अधीन नहीं देखना चाहिए। इस बात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि गुरु जी ने खुद को कवि कहा था जो परम पिता परमात्मा के गुण गाता है। उन्होंने तपस्या भरे जीवन की वकालत न करते हुए बल्कि गृहस्थी बसाकर जीवन व्यतीत करने और ईश्वर की भक्ति करने का उपदेश दिया।
पाकिस्तान से मानव-विज्ञानी हारून खालिद ने कहा कि गुरु जी एक लेखक और स्वतंत्र पत्रकार हैं। गुरु नानक देव जी के संदेश व उपदेश पूरी दुनिया के लिए साझे हैं। उन्हें केवल सिखों के गुरु के तौर पर नहीं देखा जाना चाहिए। जैसे दुनिया में गुरु नानक देव जी को मानने वाले अपने-अपने ढंग के साथ गुरु जी की उपमा व पूजा करते हैं। उसी तरह पाकिस्तान में श्री गुरु नानक देव जी की बंदगी व पूजा पाठ करने वालों का अपना ढंग है।
इतिहास विभाग के मुखी प्रो. अमनदीप बल ने कहा कि गुरु साहिब ने पूरी दुनिया को एक सूत्र में पिरोने का संदेश दिया है। वह बहुत बड़े समाज सुधारक थे। उन्होंने समाज में फैले अंध विश्वास का विरोध कर दुनिया को एक नई राह दिखाई।