एसजीपीसी अध्यक्ष के निजी सचिव ने चहेतों को दिया वीआइपी ट्रीटमेंट
श्री हरिमंदिर साहिब में संगत की अपील को मुख्य रख वीआइपी कल्चर को खत्म कर दिया गया है। इसके तहत दर्शन के लिए स्पेशल रास्ता बंद किया गया है।
जागरण संवाददाता, अमृतसर : श्री हरिमंदिर साहिब में संगत की अपील को मुख्य रख वीआइपी कल्चर को खत्म कर दिया गया है। इसके तहत दर्शन के लिए स्पेशल रास्ता बंद किया गया है। अब हर कोई व्यक्ति (चाहे वीआइपी) एक ही रास्ते से संगत के साथ लाइनों में खड़े होकर श्री हरिमंदिर साहिब के दर्शन के लिए जाएगा। इन नियमों को एसजीपीसी ने लागू भी कर दिया है। हालांकि एसजीपीसी के अध्यक्ष गोबिद सिंह लोंगोवाल के एक निजी सचिव ने ही इस नियम को तोड़ दिया। एक चोबदार से जबरदस्ती दूसरे रास्ते का ताला खुलवा कर अपने चहेतों को वीआइपी ट्रीटमेंट दिया। इसकी शिकायत श्री अकाल तख्त साहिब पर पहुंची है। मामले को श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह गंभीर बताते हुए इस की जांच करवाने का अश्वासन दिया है। साथ ही कहा है कि मर्यादा का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
श्री हरिमंदिर साहिब के पूर्व अरदासिए और फराश भाई बलबीर सिंह ने कहा कि हरिमंदिर साहिब सिख मर्यादा का केंद्र बिदू है। यहां से ही सिखों को जीवन जीने के दिशा निर्देश जारी होते हैं, परंतु एसजीपीसी के ही कुछ अधिकारी नियमों की परवाह नहीं करते। लोगों को भी नियम तोड़ने के लिए मजबूर करते हैं। एसजीपीसी के अध्यक्ष के एक निजी सचिव ने 10 अप्रैल को नियमों के खिलाफ जा कर अपने कुछ चहेतों को वीआइपी ट्रीटमेंट दिया। श्री हरिमंदिर साहिब के दर्शन करवाने के लिए जबरदस्ती एक चोबदार से बंद रास्ते का ताला खुलवाया। चहेतों को अपने साथ लेजा कर दर्शन करवाए। इसका उस वक्त संगत ने विरोध भी किया। निजी सचिव के साथ एक उपसचिव, दो मैनेजर, दो परिक्रमा के इंचार्ज और सेवादार मौजूद थे, जबकि श्री हरिमंदिर साहिब में वीआइपी कल्चर को खत्म कर दिया गया है।
एसजीपीसी ने मांगी सीसीटीवी फुटेज
मामले को लेकर एसजीपीसी के सचिव महिदर सिंह आहली ने कहा कि जांच के लिए श्री हरिमंदिर साहिब के मैनेजर जसविदर सिंह को सीसीटीवी कैमरों की फुटेज उपलब्ध करवाने के लिए कह दिया गया है। मर्यादा का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई होगी। श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कहा कि मर्यादा के उल्लंघन की किसी को भी इजाजत नहीं दी जा सकती। वह सारे मामले की जांच करवाएंगे। जो भी दोष होगा उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।