जमीन ही नहीं, हवा मार्ग पर भी थी पुलिस की पैनी नजर
अमृतसर: देश के राष्ट्रपति राम नाथ को¨वद ने जैसे ही गुरु नगरी में कदम रखा उसी दौरान 11 हजार से भी ज्यादा सुरक्षा कर्मियों के घेरे में उन्हें श्री दरबार साहिब पहुंचाया गया। महामहिम की सुरक्षा में तैनात बल की निगाह जमीन से आकाश तक घूम रही थी।
-जागरण संवाददाता, अमृतसर
देश के राष्ट्रपति राम नाथ को¨वद ने जैसे ही गुरु नगरी में कदम रखा उसी दौरान 11 हजार से भी ज्यादा सुरक्षा कर्मियों के घेरे में उन्हें श्री दरबार साहिब पहुंचाया गया। महामहिम की सुरक्षा में तैनात बल की निगाह जमीन से आकाश तक घूम रही थी।
महामहिम की सुरक्षा में श्री गुरु रामदास अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से ही सुरक्षा पंक्ति का घेरा बना दिया गया था। एयरपोर्ट से लेकर श्री दरबार साहिब और फिर श्री दुग्र्याणा तीर्थ के रास्ते में पंजाब पुलिस, कमांडो और स्वेट (स्पेशल वेपन एंड टेक्टिस) के जवान एक पंक्ति के रूप में तैनात थे। पंजाब पुलिस के जवान दूरबीन, वाकीटाकी और राइफलों से लैस थे। इसके अलावा देश की सुरक्षा में जुटी खुफिया एजेंसियों के अधिकारी भी पल-पल की जानकारी एकत्र कर रहे थे।
पुलिस ने नहीं बनने दी जाम की स्थिति
राष्ट्रपति के काफिला के पहुंचने के कुछ देर तक पुलिस ने रास्तों को बंद कर दिया था। हलांकि पुलिस ने इस बात का भी ध्यान रखा कि जाम की स्थिति न बनने पाए। काफिला गुजरते ही रास्ते खोल दिए गए। जैसे ही एयरपोर्ट से काफिला निकला तो पुलिस ने मीरां कोट चौक, गुमटाला, रंजीत एवेन्यू, ¨लक रोड, भंडारी पुल और हालगेट की तरफ से आने ट्रैफिक को कुछ देर के लिए रोक दिया था। मात्र चार मिनट के भीतर काफिला निलकते ही ट्रैफिक बहाल कर दिया गया।
लंबी ड्यूटी कर रहे मुलाजिमों को पहुंचाया लंगर
महामहिम के पहुंचने से तीन दिन पहले ही प्रशासन ने काफिला के रास्ते को सील कर दिया था। पांच जिलों से पांच हजार से ज्यादा पुलिस बल मंगवाकर नौ किलोमीटर के रास्ते पर तैनात कर दिया गया था। बताया जा रहा था कि मुलाजिमों को यहां ड्यूटी 12 घंटे से भी अधिक करनी पड़ रही थी। इस दौरान उनके खाने पीने के बंदोबस्त के लिए एयरपोर्ट तक के रास्ते पर लंगर की व्यवस्था की गई थी।
आसमान पर भी थी नजर
राष्ट्रपति की सुरक्षा के लिए प्रशासन ने पुलिस जवानों की तैनाती रास्ते की छतों पर भी कर रखी थी। एक हजार से ज्यादा कर्मियों को एयरपोर्ट से लेकर सारे रास्ते पर आने वाली ऊंची इमारतों की छतों पर कमाडों को तैनात किया गया था। ताकि जमीन और आसमान में बुने सुरक्षा घेरे में अगर कोई भी घुसने का प्रयास करे तो उसे आसानी से निशाना बनाया जा सके।
एसपीजी ने भी जांचा रूट
स्पेशल प्रोटेक्शन गार्ड (एसपीजी) की एक टुकड़ी ने राष्ट्रपति के पहुंचने से पहले सारा रूट चैक कर लिया था। वह सादे कपड़ों में थे। उन्होंने पहले एयरपोर्ट से लेकर श्री दरबार साहिब तक का रूट चेक किया। फिर श्री दरबार साहिब, जलियांवाला बाग और श्री दुग्र्याणा मंदिर में सुरक्षा की जांच की।