चुनावी ड्यूटी से बचने के लिए नहीं चलेगी कोई बहानेबाजी : डीसी
जला चुनाव अधिकारी-कम-डिप्टी कमिश्नर शिव दुलार सिंह ढिल्लों ने कहा कि इस बार चुनावी ड्यूटी से बचने के लिए किसी भी तरह का बहाना नहीं चलेगा।
जागरण संवाददाता, अमृतसर : जिला चुनाव अधिकारी-कम-डिप्टी कमिश्नर शिव दुलार सिंह ढिल्लों ने कहा कि इस बार चुनावी ड्यूटी से बचने के लिए किसी भी तरह का बहाना नहीं चलेगा। लोकसभा चुनावों के लिए लगाई जाने वाली ड्यूटियों की आज मिले ब्योरे के बाद उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनावों के लिए ड्यूटी के लिए कर्मचारियों और अधिकारियों की सूचियां नहीं भेजने वाले अधिकारियों पर भी सख्त कार्रवाई की जाएगी।
ढिल्लों ने कहा कि चुनावों को सफलतापूर्वक संपन्न करवाने की जिम्मेवारी हम सभी की है और इसलिए किसी भी विभाग की सेवाएं ली जा सकती हैं। उन्होंने कहा कि जो विभाग आज सुबह 11 बजे तक उन्हें चुनाव ड्यूटी के लिए अपने स्टाफ की सूची नहीं भेज पाए, उनके विरुद्ध कानून के मुताबिक कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि भारत चुनाव कमीशन की हिदायतों के तहत जिला मेंम चलाई जा रही स्वीप मुहिम संबंधई सभी विभागों के मुखियों के साथ बैठकें की गई। जिसमें वोटरों को जागरूक करने के लिए अलग-अलग जगहों पर कैंप लगाए जा रहे हैं।
ढिल्लों ने कहा कि भारत के मुख्य चुनाव कमीशन की हिदायतों के मुताबिक वोटर जागरूकता फोर्म का भी गठन किया गया है, जिसके तहत जिले के सभी विभागों के मुखियों के क्लब का गठन किया गया है। इसका मुख्य मकसद विभागों के मुखियों द्वारा अपने अधीन काम कर रहे कर्मचारियों को वोटों संबंधी जानकारी देना है। उन्होंने कहा कि सभी विभागों के भरती किए गए मुलाजिमों को भी स्वीप मुहिम की जानकारी दी जाए। उन्होंने बताया कि भारत चुनाव कमीशन की तरफ से जारी किए गए टोल फ्री नंबर 1950 पर कोई भी व्यक्ति संपर्क कर अपने बूथ की जानकारी हासिल कर सकता है। जिला चुनाव अधिकारी ने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को अपने मोबाइल के प्ले स्टोर में चुनाव कमीशन द्वारा बनाए गए एप वोटरहैल्पलाइन डाउनलॉड करे वोट संबंधी कोई भी जानकारी हासिल कर सकता है। ढिल्लों ने कहा कि वोटर जागरूकता फोर्म का उद्देशय 14 और 18 साल के बच्चों को भी स्कूलों में पहुंच कर वोट संबंधी जागरूक करना है, ताकि वे भविष्य में समय पर अपनी वोट बनवा सकें।
खुद दिव्यांगों के यहां जाकर वोट बनाएगा प्रशासन
अतिरिक्त जिला चुनाव अधिकारी-कम-अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर डा. हिमांशु अग्रवाल ने कहा कि अगर किसी दिव्यांग की वोट अभी बननी है तो वह जिला प्रशासन के साथ फोन पर संपर्क कर सकता है। इस तरह की सूचना के बाद प्रशासन की टीम खुद दिव्यांग के पास पहुंच कर उसकी वोट बनाएगी। वोट बनवाने के लिए दिव्यांग को किसी भी तरह का कष्ट करने की जरुरत नहीं। दिव्यांग की वोट बनाना प्रशासन की जिम्मेवारी है।