तीन बार गर्भपात होने पर दंपती ने चोरी किया बच्चा
दो दिन पहले उठाए गए नवजात को पुलिस ने बुधवार सुबह बरामद कर आरोपित दंपती को गिरफ्तार कर लिया है।
जागरण संवाददाता, अमृतसर : सिविल अस्पताल से दो दिन पहले उठाए गए नवजात को पुलिस ने बुधवार सुबह बरामद कर आरोपित दंपती को गिरफ्तार कर लिया है। चाटीविड स्थित गुरवाली गांव निवासी जिम ट्रेनर गुरजीत सिंह ने अपनी पत्नी सिमरन कौर उर्फ भोलां के साथ मिलकर उक्त घटना को अंजाम दिया था। सिमरन का तीन बार गर्भपात हो चुका है। इसी कारण दंपती ने अब नवजात के अपहरण की योजना बनाई। लेकिन समाचार पत्रों में आरोपितों की सीसीटीवी फुटेज छपने के बाद चाटीविड के आसपास के गांवों से पुलिस को आरोपितों के संबंध में फोन आने लगे। इसके बाद पुलिस ने छापेमारी कर दोनों को गुरवाली गांव से पकड़ लिया। बच्चा भी उनके घर पर ही था। पुलिस कमिश्नर सुखचैन सिंह गिल ने बताया कि आरोपितों से पूछताछ की जा रही है।
पुलिस लाइन में बुधवार शाम आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में पुलिस कमिश्नर सुखचैन सिंह, डीसीपी जगमोहन सिंह और एसीपी जसप्रीत सिंह ने बताया कि जांच में सामने आया कि जिम ट्रेनर गुरजीत सिंह की शादी साल 2016 में सिमरन के साथ हुई थी। इस बीच सिमरन तीन बार गर्भवती हुई और तीनों बार उसका किसी न किसी कारण गर्भपात हो गया था। अब दंपति को लगने लगा था कि बच्चा पैदा करना उनके नसीब में नहीं है। इसके बाद दोनों ने सिविल अस्पताल से किसी का बच्चा अपहरण करने की योजना बना डाली। 23 सितबर को घरिडा के जठोल गांव निवासी रणजीत सिंह की पत्नी दलजीत कौर ने बेटे को जन्म दिया था। 28 सितंबर को गुरजीत सिंह और उसकी पत्नी अस्पताल में बच्चों की इंश्योरेंस करने के लिए पहुंचे। सिमरन कौर ने बताया कि वह इंश्योरेंस कंपनी में एजेंट है। सरकारी अस्पतालों में नवजात बच्चों की इंश्योरेंस करती है। इसी झांसे में आरोपित महिला और उसके पति ने 30 सितंबर की दोपहर सिविल अस्पताल से बच्चे का अपहरण कर लिया। घटना के बाद पुलिस ने सारे शहर में अलर्ट जारी कर दिया था। पुलिस ने बस अड्डा, रेलवे स्टेशन, सिविल अस्पताल के आसपास कई संस्थानों के बाहर लगे सीसी कैमरों की फुटेज खंगाली तो आरोपितों के चेहरे बेनकाब हो गए। दो दिन के भीतर पुलिस ने गुरजीत सिंह और उसकी पत्नी सिरमन कौर को गिरफ्तार कर बच्चे को बरामद कर लिया। दादी के हवाले किया नवजात पुलिस कमिश्नर गिल ने प्रेस वार्ता में पीड़ित परिवार के सदस्यों और रिश्तेदारों को बुला लिया था। मामले के खुलासे के बाद सीपी ने नवजात को उसकी दादी हरदीप कौर के हवाले कर दिया। बच्चा दादी की गोद में जाते ही किलकारियां मारने लगा। वहीं, पोते को गोद में लेकर खुशी से दादी की आंखें भी भर आईं।