अमृतसर हादसा: मिट्ठू मदान के बयान के बाद आया नया मोड़, सिद्धू दंपती को समन
अमृतसर हादसा मामले में जांच अधिकारी ने पंजाब के कैबिनेट मंत्री नवजाेत सिंह सिद्धू और उनकी पत्नी डॉ नवजाेत कौर सिद्धू को भी समन जारी किया है।
जेएनएन, अमृतसर। जोड़ा फाटक रेल हादसे में एक नया मोड़ आ गया है। रेल फाटक के पास स्िथत धोबीघाट मैदान में दशहरा कार्यक्रम आयोजित करने वाले सौरभ मदान उर्फ मिट्ठू मदान के बयान के बाद अब सिद्धू दंपती को भी समन जारी किया गया है। इसी दशहरा कार्यक्रम के दौरान हादसा हुआ था। मामले की मजिस्ट्रेट जांच कर रहे जालंधर जोन के कमिश्नर बी पुरुषार्थ ने पंजाब के कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू और उनकी पत्नी डाॅ. नवजोत कौर को समन जारी किया है। दाेनों जांच अधिकारी के समक्ष 2 नवंबर को पेश होंगे।
यह समन दशहरा कमेटी के आयोजन मिट्ठू मदान के बयानों के 24 घंटे बाद ही जारी कर दिए गए। जांच अधिकारी बी पुरुषार्थ ने बताया कि रेल हादसे के मामले में अब स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू और उनकी पत्नी डाॅ. नवजोत कौर को समन किया गया है।
सिद्धू दंपती को अपने बयान देने के लिए 2 नवंबर को इंप्रूवमेंट ट्रस्ट कार्यालय में बुलाया गया है। इसमें पहले सुबह 11 बजे डाॅ. नवजोत कौर के बयान दर्ज किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि डाॅ. नवजोत कौर से दशहरा कार्यक्रम में उनकी मौके की उपस्थिति संबंधी सहित हादसे से जुड़े अन्य सवाल किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि इसके बाद दोपहर 12 बजे नवजोत सिंह सिद्धू के बयान दर्ज किए जाएंगे।
इससे पहले मिट्ठू मदान और उनके परिवार के सदस्य मंगलवार को जांच अधिकारी बी पुरुषार्थ के समक्ष पेश हुए। उसने जांच अधिकारी बी पुरुषार्थ को दशहरा पर्व की संध्या पर हुए रेल हादसे के संबंध में अपने बयान दर्ज करवाए। मिट्ठू मदान के पिता रमन मदान और मां विजय मदान तो कुछ ही समय बाद बयान देकर इंप्रूवमेंट ट्रस्ट कार्यालय से बाहर निकल गए, लेकिन मिट्ठू के बयानों को लंबा समय लगा। वह करीब चार घंटे तक कार्यालय के अंदर रहे।
परिवार के सदस्यों के साथ बयान दर्ज कराने जाते सौरभ मदान।
मिट्ठू के बाहर निकलने पर मीडिया ने सवाल पूछे लेकिन वह सवालों से बचता नजर आए। मिट्ठू मदान ने कहा कि जांच अधिकारी के सभी सवालों का जवाब दे दिया है। रेल हादसे संबंधी बहुत से सबूत भी जांच अधिकारी को दे दिए हैं। दूसरी तरफ जांच अधिकारी बी पुरुषार्थ ने बताया कि दशहरा आर्गेनाइजिंग कमेटी के सात सदस्यों के अलावा रेलवे विभाग के दो अधिकारियों के भी बयान दर्ज किए गए हैैं। इनमें इंडियन रेलवे सर्विसेज (आईआरएस) पारस और अन्य अधिकारी दयानंद के नाम शामिल हैैं।
फिरोजपुर रेल मंडल के डीआरएम ने उक्त दोनों अधिकारियों को रेल हादसे संबंधी सवालों के जवाब देने के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किया है। इसम मामले में अब तक मोहकमपुरा थाना के अतिरिक्त थाना प्रभारी, सांझ केंद्र के इंचार्ज सहित विभिन्न विभागों के करीब 30 से ज्यादा अधिकारियों के बयान दर्ज किए गए हैं। इनमें इंप्रूवमेंट ट्रस्ट की चेयरपर्सन रंजीत कौर तथा कार्यकारी अधिकारी (ईओ) जीवन बांसल भी शामिल हैं।
बी पुरुषार्थ ने कहा कि समयबद्ध जांच में शामिल होने के लिए लोगों को दो दिन का समय दिया था। अगर फिर भी कोई व्यक्ति रेल हादसे संबंधी कुछ जानकारी या सबूत देना चाहता है तो उनके समक्ष पेश हो सकता है। मिट्ठू मदान से हुए सवालों और जांच में अब तक सामने आए तथ्यों संबंधी किसी भी तरह की जानकारी देने से इन्कार करते हुए उन्होंने कहा कि वह ये जानकारी सार्वजनिक नहीं कर सकते। निर्धारित अवधि से पूर्व ही जांच पूरी करके रिपोर्ट पंजाब सरकार को सौंप दी जाएगी।