67 नए और 18 अनुभवियों के साथ सजेगा सदन
अमृतसर 8वें मेयर की ताजपोशी से पहले नगर निगम सदन को सजाने की तैयारी शुरू हो गई है। वार्डबंदी के बाद शहर में 65 वार्डों का आंकड़ा 85 तक पहुंच गया है। 85 पार्षदों व अधिकारियों के सदन में पर्याप्त व्यवस्था रहे, इसलिए नई कुर्सियां व टेबल बनाने का जहां काम शुरू हो गया है, वहीं निगम सदन को खुला करने के लिए भी अधिकारी लगे हुए हैं। कमिश्नर सोनाली गिरि ने सिविल विभाग के अधिकारियों को पार्षदों के शपथ ग्रहण समारोह से पूर्व इसे पूरा करने के निर्देश जारी कर रखे हैं।
विपिन कुमार राणा, अमृतसर
8वें मेयर की ताजपोशी से पहले नगर निगम सदन को सजाने की तैयारी शुरू हो गई है। वार्डबंदी के बाद शहर में 65 वार्डों का आंकड़ा 85 तक पहुंच गया है। 85 पार्षदों व अधिकारियों के सदन में पर्याप्त व्यवस्था रहे, इसलिए नई कुर्सियां व टेबल बनाने का जहां काम शुरू हो गया है, वहीं निगम सदन को खुला करने के लिए भी अधिकारी लगे हुए हैं। कमिश्नर सोनाली गिरि ने सिविल विभाग के अधिकारियों को पार्षदों के शपथ ग्रहण समारोह से पूर्व इसे पूरा करने के निर्देश जारी कर रखे हैं।
निगम के आठवें सदन में 67 नए चेहरे दस्तक देंगे और उनका मार्गदर्शन करने के लिए 18 अनुभवी पार्षद भी रहेंगे। 18 अनुभवी पार्षदों में ज्यादातर वह वरिष्ठ पार्षद हैं जो खुद या फिर उनके परिवार लंबे समय से वार्ड से जीतते आ रहे हैं। चार-चार टर्म भी जीतने वाले पार्षद भी सदन में हैं और मेयरशिप, सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर बनने के लिए उनमें जंग भी छिड़ी हुई है। अपनी अपनी वीरयता के आधा पर दर्जन से ज्यादा नेता इन तीनों पदों के लिए चंडीगढ़ से दिल्ली तक दौड़ लगा रहे हैं।
पहली बार सदन में पहुंच रही हैं कई महिला पार्षद
सदन में पहली बार 42 महिलाएं पहुंचेगी। ज्यादातर महिलाएं राजनीतिक परिवारों से संबंधित है, पर उनका राजनीतिक अनुभव नहीं हैं। पूर्व के सदनों में भी महिला नेत्रियों को लेकर ऐसी ही हालात रहे है। इस बार भी चुनाव में किसी की पत्नी, किसी की माता, किसी की बहन और किसी की बहु जीतकर सदन में पहुंची है। महिलाओं में भी 4 अनुभवी पार्षद नगवंत कौर, संध्या सिक्का, ममता दत्ता और मंजू मेहरा पप्पल सदन में पहुंची हैं। पूर्व में भी अपनी अपनी वार्ड की आवाज बुलंद करने के अलावा शहर की सियासी सरगर्मियों में सक्रिय रही हैं।
नए साल में ही मिलेगा मेयर
कांग्रेस सूत्रों की माने तो नए साल में ही गुरुनगरी को उसका मेयर मिलेगा। पंजाब सरकार ने दिसंबर 18 के बाद मंत्रीमंडल विस्तार की घोषणा की हुई है। ऐसे में माना जा रहा है कि मंत्रीमंडल विस्तार के बाद ही मेयर लगाए जाएंगे। इतना ही नहीं इस संभावना से भी इंकार नहीं किया जा सकता कि लुधियाना में निगम चुनाव करवाने के बाद सभी जगह एक साथ मेयर लगाए जाएं। कांग्रेस के जिला प्रधान जुगल किशोर शर्मा ने कहा कि मेयर की घोषणा अगले साल ही होगी। अभी पार्षदों व विधायकों की किसी भी बैठक को लेकर हाईकमान से कोई निर्देश प्राप्त नहीं हुए हैं।
मी¨टग हाल में फर्नीचर बनाने का काम शुरू
रणजीत एवेन्यू स्थित निगम कार्यालय के तीसरी मंजिल पर स्थित मी¨टग हाल में अभी तक 65 पार्षदों व अधिकारियों के बैठने की व्यवस्था थी। अब 85 पार्षद बनने के बाद नए सिरे से सभाकक्ष की तैयारी हो रही है। कुर्सियां, मेज व फर्नीचर बनाने का काम सिविल विभाग द्वारा शुरू कर दिया गया है। इसके अलावा अभी तक साउंड सिस्टम से जूझते रहे निगम ने अब नए सदन में नया साउंड सिस्टम भी लगवाया जा रहा है। काम को पूरा होने में दो से तीन सप्ताह लगेंगे। ऐसे में अगर सरकार द्वारा पार्षदों के शपथ ग्रहण कार्यक्रम रखा जाता है तो वह गुरुनानक भवन में ही संभव हो सकेगा।
इसबार विपक्ष रहेगा मजबूत
2012 के निगम सदन को कमजोर विपक्ष मिला था और कांग्रेस के मात्र चार पार्षद ही जीतकर सदन में पहुंचे थे। इस बार विपक्ष भी मजबूत बना है। 85 में से कांग्रेस के 64 पार्षद विजयी रहे है, जबकि भाजपा-शिअद गठबंधन के 13 पार्षद सदन में पहुंचे हैं। इसके अलावा 8 आजाद पार्षदों ने भी निगम चुनाव में जीत दर्ज की है। पूर्व की बात करे तो आजाद पार्षद भाजपा-शिअद गठबंधन के साथ हो गए थे।
कोट्स
वार्ड बंदी के बाद शहर में 85 पार्षद चुने गए हैं। निगम सदन का पहला सिस्टम 65 पार्षदों के मुताबिक था, इसलिए अब 20 नए अधिक चुने गए पार्षदों के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर बनाया जा रहा है। सिविल विभाग के अधिकारियों को जल्द से जल्द काम पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं। फर्नीचर के अलावा सदन में नया साउंड सिस्टम भी लगाया जाएगा।
—सौरभ अरोड़ा, ज्वाइंट कमिश्नर निगम।