अकाली दल बादल का पूर्ण राजनीतिक विकल्प बनने की तैयारी में है अकाली दल टकसाली
बादल दल से बागी हुए टकसाली अकाली नेताओं की ओर से गठित किए शिरोमणि अकाली दल टकसाली के बाद पंजाब की राजनीति में नए गठजोड़ उभर का सामने आने की संभावना है।
पंकज शर्मा , अमृतसर : बादल दल से बागी हुए टकसाली अकाली नेताओं की ओर से गठित किए शिरोमणि अकाली दल टकसाली के बाद पंजाब की राजनीति में नए गठजोड़ उभर का सामने आने की संभावना है। अकाली दल टकसाली यहां अकाली दल बादल को प्रभावित करेगा वहीं आम आदमी पार्टी के निराश हुए वर्करों को भी आकर्षित करने में विशेष भूमिका निभाएगा।
अकाली दल टकसाली के नेताओं रंजीत ¨सह ब्रह्मपुरा और अमरपाल ¨सह बोनी ने दावा किया है उनकी पार्टी डेमोक्रेटिक व सेकुलर होगी। वहीं पार्टी के संगठनात्मिक ढंचे में सभी धर्मों और वर्गों के नेताओं और वर्करों को स्थान दिया जाएगा। इसके साथ साथ पार्टी पंथक परंपराओं की तोहीन करने की बादल ग्रुप की ओर से शुरू की गई प्रक्रिया को रोकने में भूमिका निभाएगी। अगर अकाली दल टकसाली की ओर अपने घोषित किए एक संविधान की अलग अलग मदों को देखा जाए तो अकाली दल टकसाली पंजाब के लोगों को शिरोमणि अकाली दल बादल का एक मजबूत विकल्प प्रदान करने के पूर्ण तौर पर काबिल है।
टकसाली अकाली नेताओं ने पहले ही दिन स्पष्ट कर दिया है कि उनकी पार्टी 1920 वाले पार्टी संविधान पर काम करते हुए भारत को फेडरल स्टेट के रूप में स्थापित करने के लिए जद्दोजहद करेगी। साथ ही कांग्रेस और भाजपा से राजनीतिक दूरी बनाए रखने का भी एलान किया। इससे स्पष्ट होता है कि बादल दल से निराश अकाली वर्कर और नेताओं समेत कुछ वक्त पहले अकाली राजनीति के साथ जुड़े रहे नेता और वर्कर जो आम आदमी पार्टी के साथ चले गए थे वह भी अकाली दल टकसाली के साथ मिल सकते है। टकसाली नेता अमरपाल ¨सह बोनी ने भी कहा कि जो कुछ नेता बरगाडी मोर्चों में भूमिका निभाते रहे है और सरबत खालसा से जुड़े थे उनमें से भी र्की नेता उनके संपर्क में है। जो सिर्फ अभी तक नई पार्टी बनने का इंतजार कर रहे थे। आने वाले दिनों में पंजाब की राजनीति में बडे धमाके होंगे और कई बडे व छोटे नेता अकाली दल टकसाली में शामिल हो रहे है। समय ही बताएगा कि उनकी पार्टी असली अकाली दल साबित होगा और बादल दल का पूर्ण व मजबूत विकल्प होगा।