कांग्रेसियों द्वारा रामबाग में लगाई ग्रिल एस्टेट विभाग ने उखाड़ी
नगर निगम के अस्टेट विभाग ने सोमवार को रामबाग में अवैध तौर पर लगाई गई ग्रिल को उखाड़ फेंका।
जागरण संवाददाता, अमृतसर : नगर निगम के अस्टेट विभाग ने सोमवार को रामबाग में अवैध तौर पर लगाई गई ग्रिल को उखाड़ फेंका। चुनाव कमीशन के पास रामबाग में अवैध रूप से लग रही ग्रिल का मामला पहुंचा था, जिस पर कमिश्नर हरबीर सिंह के आदेशों पर अस्टेट अधिकारी सुशांत भाटिया के नेतृत्व में पहुंची टीम ने हटा दिया। इस दौरान उनकी कांग्रेसी वर्करों से हलकी बहस भी हुई।
रामबाग स्थित अमृतसर क्लब की बैक साइड पर बनी मछली घर वाली खाली जगह पर रोजाना सैर को आने वाले कुछ कांग्रेसी वर्करों व लोगों ने अवैध तौर पर ग्रिल लगा दी थी। ग्रिल लगाने के लिए आर्कलॉजीकल सर्वे ऑफ इंडिया और न ही निगम प्रशासन से इजाजत ली गई। कमिश्नर की हिदायतों बाद अस्टेट विभाग के अधिकारी सुशांत भाटिया, सहायक सुनिदर सोनू, परमजीत सिंह, कुलदीप सिंह आदि डिच मशीन व दलबल के साथ कंपनी बाग पहुंचे। जैसे उन्होंने डिच से ग्रिल गिराने की कार्रवाई शुरू की तो निर्माण करने में शामिल कुछ लोग वहां पहुंच गए और विरोध किया। उन्होंने अपनी राजनीतिक पहुंच का भी अधिकारियों को हवाला दिया परंतु अधिकारियों ने उन्हें साफ कहा कि कमिश्नर के आदेश पर ही वह कार्रवाई करने पहुंचे हैं।
बाकी ग्रिल हटाने के लिए लोगों ने लिए एक दिन का समय
अस्टेट अधिकारी सुशांत भाटिया ने बताया कि रामबाग में अवैध रूप से ग्रिल लगाए जाने की शिकायत के बाद यह कार्रवाई की गई है। कार्रवाई के दौरान लोगों ने विश्वास दिलवाया है कि बाकी की ग्रिल वे खुद हटा लेंगे, इसलिए उन्हें एक दिन का समय दिया गया है।
जानवरों को रोकने के लिए लगाई गई ग्रिल : अरोड़ा
कांग्रेसी नेता संजीव अरोड़ा ने कहा कि बाग के इस हिस्से में बड़ी संख्या में लोग योग व व्यायाम करने आते है। आवारा पशुओं व कुत्तों की इस तरफ आमद रोकने के लिए लोगों ने आपस में पैसे इकट्ठे करके यह ग्रिल लगाई है। बाग में किसी भी प्रकार का कोई अवैध निर्माण या कब्जा नहीं किया गया है।