Sidhu Moosewala Murder: फरवरी में करनी थी मूसेवाला की हत्या, गैंगस्टर मनी की टीम हो गई थी फेल
पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या के मामले में पकड़े गए शार्प शूटर मनी रइया और मनदीप सिंह तूफान ने पुलिस हिरासत में कई राज उगले हैं। गैंगस्टर गोल्डी बराड़ और जग्गू भगवानपुरिया व लारेंस बिश्नोई ने मूसेवाला की हत्या को अंजाम देने के लिए दो टीमें तैयार की थी।
नवीन राजपूत, अमृतसर। पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या के मामले में पकड़े गए शार्प शूटर मनी रइया और मंदीप सिंह तूफान ने पुलिस हिरासत में कई राज उगले हैं। आरोपितों ने पूछताछ में बताया कि विदेश में बैठे गैंगस्टर गोल्डी बराड़ और तिहाड़ जेल में बंद कुख्यात गैंगस्टर जग्गू भगवानपुरिया व लारेंस बिश्नोई ने मूसेवाला की हत्या को अंजाम देने के लिए दो टीमें तैयार की थी।
टीम एक के नेतृत्व का जिम्मा शार्प शूटर मनी रइया को सौंपी गई थी, जबकि दूसरी टीम दीपक मुंडी को सौंपा गया था। पूछताछ में सामने आया है कि लारेंस बिश्नोई ने मनी रइया को आदेश दिया था कि फरवरी में सिद्धू मूसेवाला का काम तमाम कर दिया जाए। इस काम को अंजाम देने के लिए मनी रइया, मvदीप तूफान ने अपने दो अन्य साथी सचिन थापन और कपिल पंडित का भी सहयोग लिया था। आरोपितों को कहा गया था कि गायक की हत्या के बाद उन्हें विदेश से लाखों रुपये यहीं मिल जाएंगे।
इसके बाद चारों गैंगस्टर ने लगभग तीन बार मूसेवाला की रेकी की थी। लेकिन वह मूसेवाल की हत्या नहीं कर पाए। अपने मंसूबों को विफल होते देख गोल्डी बराड़, लारेंस और जग्गू अपने गुर्गे मनी रइया पर काफी नाराज भी हुए थे।
प्लान फेल होने पर प्रियव्रत फौजी को सौंपा था जिम्मा
प्लान फेल होने के बाद यह काम प्रियव्रत फौजी और उसके साथियों को सौंप दिया गया था। मनी रइया को बताया गया था कि वह भी गैंगस्टर प्रियव्रत फौजी के साथ मूसेवाला की हत्याकांड को अंजाम देगा। इसके बाद शार्प शूटरों की दोनों टीमों ने 29 मई की शाम मूसेवाल की गोलियां मारकर हत्या कर दी थी। इस काम को अंजाम देने के लिए आरोपितों को कई दिन तक बठिंडा और उसके आसपास के इलाकों में रुकना पड़ा था।
चार विदेशी पिस्तौल बरामद पुलिस ने पकड़े गए मनी रइया और मंदीप सिंह के कब्जे से विदेशी पिस्तौल बरामद किए हैं। इनमें प्वाइंट तीस बोर का पिस्तौल, प्वाइंट 45 बोर का पिस्तौल, प्वाइंट 357 बोर का रिवाल्वर और प्वाइंट 32 बोर का एक पिस्तौल शामिल हैं। इसके साथ ही 36 ¨जदा कारतूस भी बरामद किए गए हैं।
ये अफसर होंगे सम्मानित
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि शार्प शूटरों को पकड़ने वाले एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स के एसपी अभिमन्यु राणा, डीएसपी गुरिंदरपाल सिंह नागरा, डीएसपी बिक्रम बराड़, डीएसपी परमिंदर राजन को अवार्ड दिया जाएगा।
आपराधिक रिकार्ड देख जग्गू करता है गिरोह में शामिल
जांच में सामने आया है कि आरोपित का लंबा आपराधिक रिकार्ड देखकर जग्गू युवकों को अपने गिरोह में शामिल करता है। तूफान पुलिस के दो केसों में भगोड़ा करार हो चुका है। तूफान ने 2018 में कांग्रेसी पार्षद गुरदीप सिंह की हत्या की थी। तूफान जग्गू की पत्नी, फौजी हत्याकांड और फतेहगढ़ चूड़ियां में शराब कारोबारी की हत्या में भी नामजद है। ग्यारह किलो सोने की डकैती में भी इसने बड़ी भूमिका निभाई थी।
मनी को तीन केसों में हो चुकी है सजा, चार मामलों में हो गया था बरी वहीं रइया को तीन केसों में सजा हो चुकी है। जबकि चार केसों में वह बरी हो चुका है। सात केस आरोपित के खिलाफ कोर्ट में विचाराधीन हैं। जबकि चार केसों में पुलिस को वांछित है। मनी रइया साल 2016 में तरनतारन में हुई गैंगवार में भी नामजद है।