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ट्रक की किश्तें मांगने पर रिकवरी एजेंट की हत्या

अमृतसर बैंक के कर्ज में फंसे ट्रक की किश्तें मांगना डेमलोर कार फाइनेंशियल सर्विस इंडिया (रिकवरी एजेंसी) के मुलाजिम मोहित महाजन पर भारी पड़ गया।

By JagranEdited By: Published: Fri, 03 May 2019 12:37 AM (IST)Updated: Fri, 03 May 2019 12:37 AM (IST)
ट्रक की किश्तें मांगने पर रिकवरी एजेंट की हत्या
ट्रक की किश्तें मांगने पर रिकवरी एजेंट की हत्या

-सराय अमानत खां का संदीप सिंह 20 मई की दोपहर मोहित महाजन को ले गया था अपने साथ, आरोपित गिरफ्तार

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-सीसीटीवी फुटेज में हुआ था खुलासा, अपहरण का केस दर्ज करवाने के लिए पीड़ित परिवार को लगाना पड़ा था धरना

फोटो नंबर - 37 से 41

जागरण संवाददाता, अमृतसर

बैंक के कर्ज में फंसे ट्रक की किश्तें मांगना डेमलोर कार फाइनेंशियल सर्विस इंडिया (रिकवरी एजेंसी) के मुलाजिम मोहित महाजन पर भारी पड़ गया। ट्रक के मालिक संदीप सिंह ने उसकी निर्मम हत्या कर दी। मोहकमपुरा थाने की पुलिस ने मोहित के लापता होने के 12 दिन बाद उसका शव (कंकाल) तरनतारन जिला के सराय अमानत खां थानांतर्गत पड़ते भूसे गांव से बरामद किया है। पुलिस ने संदीप सिंह को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से वारदात में इस्तेमाल मोटर साइकिल और मोबाइल बरामद कर लिया है।

वीरवार की शाम पुलिस लाइन में प्रेस कांफ्रेंस के दौरान डीसीपी (इनवेस्टिगेशन) मुखविदर सिंह, एडीसीपी जगजीत सिंह वालिया ने बताया कि 20 अप्रैल की सुबह न्यू अमृतसर निवासी मोहित महाजन का तरनतारन के भूसे गांव निवासी संदीप सिंह ने अपहरण कर लिया था। घटना वाले दिन जब मोहित घर नहीं पहुंचा तो परिवार ने पुलिस को शिकायत दर्ज कराई। मोहित रिकवरी एजेंसी में बतौर एजेंट काम करता था। कंपनी ने मोहित महाजन को टारगेट दिया था कि भूसे गांव निवासी संदीप सिंह ने कुछ समय पहले बैंक से कर्ज लेकर ट्रक खरीदा है। लेकिन कुछ किश्तों का भुगतान करने के बाद संदीप ने किश्तें चुकानी बंद कर दी। इस पर रिकवरी एजेंसी ने संदीप सिंह को नोटिस जारी कर रखा था। मोहित लगातार आरोपित संदीप के संपर्क में था कि वह किसी तरह ट्रक की बकाया राशि का भुगतान कर दे।

घटना वाले दिन मोहित अपनी पत्नी वंदना और बच्ची मान्या को खानपुर जाने वाली बस में चढ़ाकर पैसों की वसूली के लिए संदीप को फोन करने लगा। संदीप ने उसे बताया कि वह किसी काम से उसके घर (न्यू पवन नगर) के पास जहाजगढ़ इलाके में आया है। इसके बाद दोनों ने जहाजगढ़ में मुलाकात की और संदीप सिंह अपनी बाइक पर मोहित को लेकर भूसे गांव चला गया। जांच के दौरान पुलिस के संदेह की सूई संदीप सिंह पर ही घूम रही थी। हिरासत में लेकर जब संदीप को इंटेरोगेट किया गया तो उसने अपना अपराध स्वीकार कर लिया। आरोपित ने पुलिस को बताया कि उसने पैसे नहीं देने की खातिर मोहित की गला दबाकर हत्या कर दी और शव वहीं सुनसान इलाके में ठिकाने लगा दिया। थाना प्रभारी और एएसआइ को सस्पेंड करने की मांग

मृतक की पत्नी वंदना और भाई पंकज महाजन ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह और डीजीपी दिनकर गुप्ता से मांग की है कि मोहकमपुरा थाना प्रभारी गुरचरण सिंह और एएसआइ जेएस रंधावा को सस्पेंड किया जाए। सारे प्रकरण में उक्त दोनों पुलिसवालों की रवैया लापरवाही वाला रहा। अगर दोनों परिवार के कहे मुताबिक काम करते तो आज मोहित जिदा होता। परिवार को अपहरण की एफआइआर दर्ज करवाने के लिए बटाला रोड पर 21 अप्रैल को धरना लगाना पड़ा था। जहाजगढ़ के पास एक दुकान से सीसीटीवी फुटेज तक परिवार के सदस्यों ने अपने स्तर पर निकलवाई और पुलिस को बताया था कि मोहित की जान को खतरा है। लेकिन पुलिस ने सारे मामले को हलके में लिया।

सारे प्रकरण की होगी जांच : सीपी

पुलिस कमिश्नर सुधांशु शेखर श्रीवास्तव ने बताया कि सभी आरोपों की जांच की जाएगी। अगर किसी तरह की लापरवाही दिखी तो कार्रवाई जरूर की जाएगी।


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