Move to Jagran APP

3 गुणा कमाई के लिए लगे दो विज्ञापन टेंडरों में नहीं आया कोई ठेकेदार

निकायमंत्री नवजोत सिंह सिद्धू की विज्ञापनों से निगम को मालामाल करने की पालिसी अपने गृह जिले में ही साकार होती दिखाई नहीं दे रही है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 03 Jun 2019 12:40 AM (IST)Updated: Mon, 03 Jun 2019 06:23 AM (IST)
3 गुणा कमाई के लिए लगे दो विज्ञापन टेंडरों में नहीं आया कोई ठेकेदार
3 गुणा कमाई के लिए लगे दो विज्ञापन टेंडरों में नहीं आया कोई ठेकेदार

विपिन कुमार राणा, अमृतसर

loksabha election banner

निकायमंत्री नवजोत सिंह सिद्धू की विज्ञापनों से निगम को मालामाल करने की पालिसी अपने गृह जिले में ही साकार होती दिखाई नहीं दे रही है। निगम की विज्ञापनों के जरिये पहले से तीन गुणा रेवेन्यू कमाने की योजनी थी, पर अभी तक लगाए गए दो टेंडरों में किसी भी ठेकेदार नहीं रुचि नहीं दिखाई। अब फिर से ई-टेंडर लगाया गया है। टेंडर की टैक्नीकल बिड 10 जून और फाइनेंशियल बिड 11 जून को खुलेगी। बताते चले कि इससे पूर्व निगम द्वारा फरवरी में 21 दिनों और फिर 15 दिनों का टेंडर लगाया गया था। उसकी विफलता के बाद अब सात दिनों को टेंडर लगाया गया है।

टेंडर की खास बात यह है कि इस बार सात सालों के लिए विज्ञापन कंपनी को डिजाइन, बिल्ट, आपरेट, मेंटेंन एंड ट्रांसफर यानी डीबीओएमटी के आधार पर दिया जाएगा। टेंडर की रिजर्व कीमत अब 19.80 करोड़ रखी गई है, जबकि पहले यह 22 करोड़ रुपये सालाना रखी गई है। जो वर्तमान की सालाना आमदन से तीन गुणा ज्यादा है। अब टेंडर कितने में जाता है, यह तो बिड खुलने के बाद पता चलेगा। लेकिन एक बात यह है कि अगर इस रेट पर ही टेंडर जाता है तो निगम की कड़की दूर हो जाएगी।

बताते चलें कि निगम द्वारा जनवरी 2016 में तीन सालों के लिए विज्ञापन यूनीपोल, गैंटरीज व एलिवेटिड रोड के पिल्लर ठेके पर कंपनियों को दिए गए थे। विज्ञापन कंपनियों से इसकी एवज में निगम को प्रति माह 66 लाख रुपये का रेवेन्यू आता रहा है। निगम द्वारा 250 यूनीपोलों की रूपरेखा तैयार की गई थी, पर 200 यूनीपोल ही कंपनियों ने निगम से लिए। 200 में से 150 यूनीपोल क्रेटिव डिजाइन और 50 यूनीपोल ब्राइट नियोन साइन के पास है। इसके अलावा शहर में लगी हुई आठ गैंटरीज क्रेटिव डिजाइन के पास हैं, जबकि 145 एलीवेटिड रोड भंडारी पुल, कोर्ट रोड, गलियारा पार्किंग के पिल्लर भी क्रेटिव डिजाइन के पास ही है। इस सारे मीडिया से निगम को आठ करोड़ सालाना का रेवेन्यू आता रहा है, जबकि विभाग का सालाना टारगेट नौ करोड़ रुपये तय किया गया है। यूनीपोलों का इन कंपनियों से हुआ करार 15 अप्रैल 2019 को खत्म हो रहा है, जबकि गैंटरीज का करार 8 सितंबर 2020 को पूरा होगा। एकाधिकार में मिलेगा विज्ञापन कारोबार निगम द्वारा 7 सालों के लिए विज्ञापन साइट उस कंपनी को दी जाएगी, जिसकी सालाना टर्न ओवर पिछले तीन सालों में 10 करोड़ की रही होगी और उसे इस फील्ड का अनुभव होगा। निगम द्वारा इस बार लगभग सारे शहर में विज्ञापन की संभावनाओं वाली साइट एक ही कंपनी को दी जाएगी। निगम द्वारा छह फरवरी से टैक्नीकल बिड ऑनलाइन कर दी गई है। टेक्नीकल बिड में भाग लेने की अंतिम तिथि 27 फरवरी रखी गई है। लेकिन किसी ने बिड नहीं भरी। अब दोबारा से यह कवायद शुरू की गई है। छह जून को प्री बिड रखी गई है, जबकि 10 जून को टैक्नीकल बिड और 11 को फाइनेंशियल बिड रखी गई है। टेंडर में 240 यूनीपोलों के अलावा बहुत कुछ निगम द्वारा तैयार किए गए टैंडार में 18 बाय 8 के 240 यूनीपोल और 20 बाय 10 के 10 यूनीपोल, 12 डबल साइड गैंटरीज बिग साइज, 10 गैंटरीज स्माल साइज 40 बाय 8, बीओटी बेसिस पर 20 एलईडी 24 बाय 12, 2 बिग यूटीलिटी 34 बाय 9 फीट, 400 बीओटी डस्टबिन 2 बाय 2 फीट, 400 बीओटी बैंच 4 बाय 1 फीट, 2000 स्ट्रीट लाइट पोल डबल फेस्ट 30 बाय 40 इंच, 145 एलीवेटिड रोड के पिल्लर डबल साइड—97 आठ बाय चार और 48 पांच बाय तीन, 41 टायलेट 22.5 स्केयर फीट प्रति साइट, 40 स्माल टायलेट स्मार्ट सिटी 7 स्केयर मीटर प्रति साइट मिलेगा। बीआरटीएस का मीडिया भी इसमें शामिल निगम द्वारा जारी किए जा रहे टेंडर में बस रेपिड ट्रांजिस्ट सिस्टम यानी बीआरटीएस का मीडिया भी शामिल रहेगा। टैंडार में 45 बस शैल्टरों का प्रावधान रखा गया है, जिनका कुल क्षेत्र 2370 स्केयर मीटर बनता है। 21 हजार रेलिग प्लेट बिना बेक लाइट के 0.173 स्केयर मीटर, 240 बीआरटीएस एलीवेटिड पिल्लर डबल फेस चार बाय 8 फीट, 1290 इलेक्ट्रिक पोल डबल साइड बिना बैक लाइट के 30 बाय 40 इंच, 10602 बीआरटीएस 114 बसों के ग्रेब हैंडल, 6 फुट ब्रिज सिगल फेस जिसमें लिफ्ट की दीवार का आउटर फेस भी शामिल रहेगा, इसे टेंडर का हिस्सा बनाया गया है। टेंडर होने तक अपने बोर्ड लगा रहे ठेकेदार उधर, दूसरी तरफ विज्ञापन का कांट्रेक्ट खत्म होने के बाद शहर के यूनीपोलों पर लगे हुए विज्ञापन बोर्ड भी अवैध हो चुके हैं। ऐसे में ठेकेदारों द्वारा युक्त लगाई गई है कि मेयर व कमिश्नर से आज्ञा लेकर वह तब तक विज्ञापन लगा लें, जबकि तक अगला ठेकेदार नहीं आता। इसकी वजह में वह बनता किराया भी निगम को देने को तैयार है। निगम भी कहीं न कहीं इससे सहमति है कि एक दो महीने साइटों को खाली रखने से उनका नुकसान है। अभी तक इस बाबत कुछ फाइनल नहीं हुआ है। विज्ञापनों से आएगा रेवेन्यू : रिटू विज्ञापन विभाग से निगम का रेवेन्यू बढ़ाने का हम प्रयास कर रहे हैं। अभी निगम के खाते में सालाना आठ करोड़ रुपये विज्ञापन बोर्डों से आ रहे हैं। शहर में विज्ञापन की संभावनाओं को लेकर हुए इस बार टेंडर तैयार किया गया है। टैंडर में पूरे शहर में विज्ञापन के राइट टैंडर लेने वाली कंपनी को दिए जाएंगे। बीआरटीएस का मीडिया भी इसमें शामिल किया गया है। 19.80 करोड़ रिजर्व कीमत वाले टेंडर के ओर अधिक जाने की पूरी संभावना है।

—कर्मजीत सिंह रिटू, मेयर


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.