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मच्छर ने भरी उड़ान, सेहत विभाग चलाएगा अभियान

अमृतसर गर्मी का पारा चढ़ते ही मच्छरों ने इंसानों के कानों में फुसफुसाहट शुरू कर दी है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 17 Apr 2019 12:13 AM (IST)Updated: Wed, 17 Apr 2019 12:13 AM (IST)
मच्छर ने भरी उड़ान, सेहत विभाग चलाएगा अभियान
मच्छर ने भरी उड़ान, सेहत विभाग चलाएगा अभियान

— गर्मी बढ़ने के साथ ही मलेरिया व डेंगू से निबटने की तैयारी में जुटा सेहत विभाग।

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— पिछले वर्ष 697 लोगों को डेंगू मच्छर ने पहुंचाया था अस्पताल, इस साल मरीजों की संख्या में न हो वृद्धि, सेहत विभाग ने शुरू किया जागरूकता अभियान

फोटो — 19—20

नितिन धीमान, अमृतसर

गर्मी का पारा चढ़ते ही मच्छरों ने इंसानों के कानों में फुसफुसाहट शुरू कर दी है। बढ़ते तापमान में ताकतवर हुए मच्छरों ने जबरदस्त उड़ान भरी है। इसके साथ ही अब शहर में डेंगू व मलेरिया जैसी बीमारियों का खतरा मंडराने लगा है। गुरु नगरी में इस वक्त अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस तक जा पहुंचा है। यह तापमान एडीज व एनाफ्लीज मच्छरों में जान फूंक रहा है। डेंगू मच्छर यानी एडीस इजिप्टी आक्रामक रुख न अपनाए, इसके लिए सेहत विभाग ने एंटी लार्वा टीमों को अलर्ट कर दिया है, वहीं लोगों को जागरूक करने की प्रक्रिया शुरू की जा रही है।

दरअसल, वर्ष 2018 में डेंगू मच्छर ने नवंबर माह तक उत्पात मचाया था। उस दौरान जिले में 697 मरीज रिपोर्ट हुए थे। हालांकि मरीजों का यह आंकड़ा पिछले कई वर्षों से काफी कम रहा। इस वर्ष डेंगू पॉजिटिव मरीजों की संख्या में इजाफा न हो, इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए सेहत विभाग संजीदा हो गया है। हालांकि शहर में मच्छर मार दवा का छिड़काव करने का जिम्मा नगर निगम प्रशासन का है, लेकिन सेहत विभाग ने एहतियात के तौर पर चार पोर्टेबल स्प्रे मशीनें मंगवा ली हैं। इसके साथ ही मच्छरों को मौत की नींद सुलाने के लिए किन्नीफोस व साइफेनोथिन्न दवाएं भी मंगवाई गई हैं।

डेंगू मच्छर की उत्पत्ति का गढ़ माने जाने वाले जहाजगढ़ एरिया व रोडवेज के डिपो में इस बार समय पूर्व ही मच्छर मार दवा का छिड़काव किया जाएगा। इसके अतिरिक्त पिछले वर्ष जिले के छह सरकारी विभागों में डेंगू का लार्वा पाया गया था। वहीं शहर के विभिन्न भागों में रहने वाले लोगों के घरों में भी डेंगू मच्छर पनप रहा था। पिछले वर्ष नगर निगम व स्वास्थ्य विभाग ने उन 362 घरों में चालान काटे जहां डेंगू का लार्वा पैदा हो रहा था। मकान मालिकों को 500-500 रुपये जुर्माना भी ठोंका गया था।

18 को होगी डेंगू टास्क फोर्स की मीटिग : सिविल सर्जन

सिविल सर्जन डॉ. हरदीप सिंह घई का कहना है कि इस बार लोगों को डेंगू मच्छर से बचाने के लिए विस्तृत योजना तैयार की गई है। 18 अप्रैल को डेंगू टास्क फोर्स की मीटिग बुलाई गई है, जिसमें सभी सरकारी विभागों के अधिकारी शामिल होंगे। मीटिग में यह सुनिश्चित किया जाएगा कि सभी अधिकारी अपने-अपने क्षेत्र में लोगों को डेंगू के खिलाफ जागरूक करें। सरकारी व निजी स्कूलों में सेहत विभाग की टीमें पहुंचकर बच्चों को डेंगू के विषय में जानकारी दे रही हैं। इसके अलावा सेमिनार, वर्कशॉप्स व बैठकों का दौर भी जल्द ही शुरू किया जाएगा।

फ्राई-डे को ड्राई-डे अभियान

जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. मदन मोहन का कहना है कि डेंगू व मलेरिया मच्छरों की उत्पत्ति रोकने के लिए सेहत विभाग द्वारा फ्राई-डे को ड्राई डे अभियान चलाया जा रहा है। इसके अंतर्गत हर शुक्रवार को सरकारी एवं गैर सरकारी कार्यालयों के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को ताकीद की जा रही है कि वे अपने-अपने संस्थान में लगे कूलरों, गमलों से पानी निकाल दें। डेंगू मच्छर साफ पानी में ही तैयार होता है। बरसात के दिनों में इस मच्छर का लार्वा तेजी से पनपता है। ऐसे में यह जरूरी है कि लोग अपने आसपास पानी जमा न होने दें। यदि इस मौसम में बुखार होता है तो चिकित्सकीय परामर्श के बगैर दवा का सेवन न करें। बुखार का मतलब डेंगू नहीं। तुरंत डॉक्टर के पास जाएं और अपनी जांच करवाएं। एक से पांच दिन तक लगातार बुखार रहे तो एनएस1 टेस्ट करवाया जाता है, जबकि छह से चौदह दिन तक बुखार रहे तो आइजीएम टेस्ट करवाया जाता है। सरकारी अस्पतालों में टेस्ट व उपचार की सुविधा निशुल्क है।


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