अमृतसर में आर्केस्ट्रा में काम करने वाली महिला से सामूहिक दुष्कर्म, बेटी को बैठाए रखा बाहर
परिचित युवकों ने अमृतसर में आर्केस्ट्रा में काम करने वाली महिला को सामूहिक दुष्कर्म का शिकार बनाया। मेडिकल रिपोर्ट में सामूहिक दुष्कर्म की पुष्टि हो चुकी है। मामले में पुलिस द्वारा तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
जेएनएन, अमृतसर। एक सभ्याचारक ग्रुप (आक्रेस्ट्रा) में काम करने वाली महिला को उसके परिचित युवकों ने बताया कि उन्हीं का एक साथी हादसे में घायल हो गया है। इस पर महिला अपनी दस वर्षीय बेटी के साथ घायल के देखने उनके साथ चली गई, लेकिन रास्ते में आरोपितों ने उसे नशीला पदार्थ पिला दिया और फिर होटल में ले जाकर उससे सामूहिक दुष्कर्म किया। घटना छह अक्टूबर की है।
मोहकमपुरा थाने की पुलिस ने मामले में तीन आरोपितों को शुक्रवार को काबू कर लिया है। उधर, मेडिकल जांच में दुष्कर्म की पुष्टि हो चुकी है। एडीसीपी हरपाल सिंह ने पकड़े गए आरोपितों की पहचान अजनाला के जफ्फरकोट निवासी सागर, पुग्गे गांव निवासी जग्गा सिंह और डब्बर गांव निवासी वीरू के रूप में बताई है।
पीड़िता ने पुलिस को बताया कि वह सभ्याचारक ग्रुप में काम करती है। उक्त तीनों आरोपित उसके परिचत हैं। 6 अक्टूबर को वीरू ने उसे फोन कर बताया कि उसका एक अन्य परिचित मंजीत सिंह सड़क हादसे में जख्मी हो गया और वह उसका हाल जानने जा रहे हैं।
महिला के मुताबिक उसने कहा कि वह मंजीत का हालचाल जानने के लिए अस्पताल जाना चाहती है, लेकिन उसके पास जाने के लिए कोई वाहन नहीं है। वीरू ने कहा कि वह उनके साथ कार में चल सकती है। वीरू के कहने पर महिला चलने को तैयार हो गई।
महिला ने बताया कि रास्ते में उन्होंने कार रोकी और कोल्ड ड्रिंक पी, लेकिन उसकी कोल्ड ड्रिंक में युवकों ने नशीला पदार्थ मिला दिया। इसके कारण उसको नशा छा गया। इसके बाद युवक कार को बटाला रोड स्थित एक होटल के पास ले गए। होटल में उन्होंने कमरा लिया और वहां सभी ने बेहोशी की हालत में उससे सामूहिक दुष्कर्म किया। होटल में सामूहिक दुष्कर्म के बाद आरोपितों ने उसे तरनतारन रोड पर कार से बाहर फेंक दिया और खुद फरार हो गए।
दस साल की बेटी को बैठाया होटल के रिसेप्शन पर
सामूहिक दुष्कर्म से पहले आरोपितों ने महिला की दस साल की बच्ची को भी साथ ले लिया था। आरोपितों ने होटल के रिसेप्शन पर बच्ची को बैठा दिया। इसके बाद बच्ची और मां को तरनतारन रोड पर चलती कार से फेंक दिया। बच्ची को चोटें लगी थीं।