मंत्री ने गैसेज यूनिट का सारा स्टाफ हटाया, पंद्रह दिनों में जांच रिपोर्ट मांगी
। गुरु नानक देव अस्पताल स्थित गैसेज यूनिट में ऑक्सीजन सिलेंडरों में हो रही हेराफेरी का मेडिकल शिक्षा एवं खोज विभाग के मंत्री ने कड़ा संज्ञान लिया है।
जागरण संवाददाता, अमृतसर
गुरु नानक देव अस्पताल स्थित गैसेज यूनिट में ऑक्सीजन सिलेंडरों में हो रही 'हेराफेरी' का मेडिकल शिक्षा एवं खोज विभाग के मंत्री ने कड़ा संज्ञान लिया है। उन्होंने गैसेज यूनिट में कार्यरत सभी कर्मचारियों हटाकर दूसरे विभागों में शिफ्ट कर दिया है। मंत्री ने ऑक्सीजन घोटाले की रिपोर्ट पंद्रह दिनों में मांगी है। सोमवार को सरकारी मेडिकल कॉलेज पहुंचे ओमप्रकाश सोनी ने यौन उत्पीड़न के मामलों की भी पड़ताल की। डिप्लोमा छात्रा को मैसेज भेजने वाले ओटी असिस्टेंट बलविदर सिंह को सस्पेंड करने के निर्देश दिए। ओमप्रकाश सोनी के साथ पंजाब सरकार के सलाहकार डॉ. केके तालवाड़, मेडिकल शिक्षा एवं खोज विभाग के सेक्रेट्री डीके तिवारी, डायरेक्टर डॉ. अवनीश कुमार मेडिकल कॉलेज पहुंचे थे।
इससे पूर्व सोनी ने सभी अधिकारियों एवं कॉलेज की प्रिसिपल डॉ. सुजाता शर्मा तथा मेडिकल सुपरिटेंडेंट के साथ बंद कमरे में तकरीबन ढाई घंटे तक बैठक की। कॉलेज प्रशासन ने सोनी ने कहा कि गैसेज यूनिट के मामले की जांच विजिलेंस से करवा ली जाए, पर सोनी ने कहा कि पहले कॉलेज प्रशासन अपने स्तर पर जांच करे, इसके बाद विजिलेंस की बात करे। मुझे पंद्रह दिन में इसकी रिपोर्ट चाहिए। कॉलेज प्रशासन ने कहा कॉलेज में तकरीबन सभी विभागों में स्टाफ की कमी है। सोनी ने कहा कि उन्हें सभी रिक्त पदों की सूची दें। इसके बाद गुरुनानक देव अस्पताल में खराब पड़े चिकित्सा उपकरण का मुद्दा भी सोनी के समक्ष रखा गया। सोनी ने कहा कि जो उपकरण खराब हैं उनकी सूची तैयार करके दें, इन्हें ठीक करवाया जाएगा। मरीजों को कोई भी टेस्ट निजी लेबोरेट्री से न करवाना पड़े, ऐसी व्यवस्था की जाएगी। जो उपकरण पूरी तरह खराब हो चुके हैं उनके स्थान पर नए उपकरण लगाए जाएंगे। मेडिकल कॉलेज में एक वर्कशॉप का निर्माण होगा, जिसमें खराब चिकित्सा उपकरणों की रिपेयर की जाएगी। यदि वार्ड में खराब उपकरण रखा गया तो इसकी जिम्मेवारी वार्ड प्रभारी पर होगी। समाचार पत्रों के जरिए ही मुझे जानकारी मिली सोनी ने कहा कि ऑक्सीजन प्लांट के संदर्भ में समाचार पत्रों के माध्यम से ही मुझे जानकारी मिली है। कॉलेज प्रशासन को पंद्रह दिन का समय दिया गया है। जांच में जो भी कसूरवार पाया गया उसके खिलाफ सख्त एक्शन होगा। ऑक्सीजन प्लांट होगा शुरू जीएनडीएच में गैस प्लांट होने के बावजूद ऑक्सीजन की सप्लाई निजी कंपनी से मंगवाई जा रही है। गैस प्लांट वर्ष 2012 में स्थापित किया गया, पर इसे शुरू नहीं किया गया। सोनी ने कहा कि इस प्लांट को कार्यान्वित किया जाएगा। इसके अलावा अस्पताल में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट भी स्थापित करने की घोषणा भी की। कैथ लैब भी कार्यान्वित होगी जीएनडीएच में स्थित कैथ लैब भी डेढ़ साल से बंद है। इस लैब की शुरूआत के बाद सिर्फ देा हार्ट प्रोसीजर किए गए। स्टाफ की कमी व पीजीआई से रेट कांट्रेक्ट न होने की वजह से इसे बंद कर दिया गया। सोनी ने कहा कि सारा सिस्टम ठीक होगा, लेकिन कुछ वक्त लगेगा। आई लाइक यू मैसेज भेजने वाले बलविदर को सस्पेंड करने के निर्देश जीएनडीएच में कार्यरत ओटी असिस्टेंट बलविदर पर सस्पेंशन की गाज गिरेगा। सोनी ने कहा कि यौन उत्पीड़न के दो मामलों में पहले ही दो कर्मचारियों को सस्पेंड किया जा चुका है, अब बलविदर को भी सस्पेंड कर देंगे। उन्होंने डायरेक्टर को इस संबंध में फौरी कार्रवाई का आदेश दिया। सर्जिकल विभाग में बीते दिनों एक महिला पीजी से हुए दुर्व्यवहार के संदर्भ में सोनी ने प्रिसिपल डॉ सुजाता शर्मा से जवाब मांगा। डॉ. सुजाता ने कहा कि इस मामले की जांच लगभग पूरी हो चुकी है। आज ही रिपोट्र उन्हें मिल जाएगी। इसके बाद कार्रवाई होगी। एमडी करने वाले डॉक्टरों को एक साल देनी होंगी सेवाएं मेडिकल कॉलेज में रेजिडेंट डॉक्टर्स की 188 पोस्टें हैं, जबकि 80 रिक्त हैं। इसी तरह सुपरस्पेशलिस्ट के 16 पद हैं, जबकि 14 खाली हैं। इस कमी को दूर करने के लिए सोनी ने कहा कि मेडिकल कॉलेज में एमडी करने वाले डॉक्टरों को एक साल सी कॉलेज में सेवाएं देना अनिवार्य होगा। इससे डॉक्टरों की कमी दूर होगी और मरीजों को सुविधा मिलेगी।
सर! यहां 200 कुत्ते हैं कॉलेज प्रशासन ने सोनी के समक्ष आवारा कुत्तों का मुद्दा रखा। कहा, सर अस्पताल में 200 से ज्यादा कुत्ते हैं, जो वॉर्डों में घुस आते हैं। इस पर मंत्री ने कहा कि आप अपने लेवल पर कुछ करो।