हर मानसिक रोग का शत-प्रतिशत इलाज संभव : डॉ. मक्कड़
। आज तनाव का समस्या कॉमन होती जा रही है। तनावग्रस्त इंसान अक्सर साइकेट्रिक के पास जाने से हिचकिचाता है।
जागरण संवाददाता, अमृतसर
जिस प्रकार इंसान को शारीरिक बीमारियां घेरती हैं, ठीक वैसे ही मानसिक रोग भी उन्हें अपनी जकड़ में ले लेता है। हम सब अपनी रोजमर्रा की जिदगी में कई परेशानियों से जूझते हैं, तनाव का शिकार बन जाते हैं। आज तनाव का समस्या कॉमन होती जा रही है। तनावग्रस्त इंसान अक्सर साइकेट्रिक के पास जाने से हिचकिचाता है। कुछ लोग इलाज के नाम पर तथाकथित बाबों या तांत्रिकों के चक्कर में पड़कर पैसों का नुकसान भी करते हैं और अपनी सेहत का भी।
यह विचार मनोचिकित्सक डॉ. हरजोत सिंह मक्कड़ ने बुधवार को पुतलीघर स्थित पंजाब नेशनल बैंक में आयोजित सेमिनार में लोगों को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि कनाडा, ऑस्ट्रेलिया एवं यूरोपीय देशों के लोग शारीरिक फिटनेस के साथ-साथ मानसिक फिटनेस के लिए भी अवेयर रहते हैं। भारत में ऐसा नहीं है। हम मानसिक बीमारी के बाद डॉक्टर के पास जाने से घबराते हैं। इस आधुनिक युग में हर मानसिक बीमारी का इलाज शत- प्रतिशत संभव है।
डॉ. मक्कड़ ने कहा कि नशे का प्रकोप भी भारत में पूरी तरह फैल चुका है। लोग यह नहीं करते कि नशा सेवन करने वाले को समाज की मुख्यधारा में सम्मिलित करने का प्रयास करें। उनसे बात करो, उन्हें समझाओ, पर ऐसा नहीं, लोग तो उन्हें दुत्कार देते हैं। इससे नशे का सेवन करने वाला व्यक्ति समाज से कट जाता है। आज लोग पैसों के पीछे भाग रहे हैं। पंजाब के युवा विदेशों में सेटल होने के चाहवान हैं। एक वर्ष में ढाई लाख लोग विदेश चले गए। कुछ फैक्टर हैं जो लोगों को विदेश जाने को आकर्षित करते हैं, पर यदि हम यहीं मेहनत करें तो हर लक्ष्य हासल कर सकते हैं। लोगों खासकर पंजाबियों को समझना होगा कि पंजाब अन्न का कटोरा है, जो पूरे देश का पेट भरता है। हम सरकारों से कई अपेक्षाएं रखते हैं, पर खुद कुछ करना नहीं चाहते। आज समाज को बदलने के लिए हमें भी पहल करनी होगी। सेमिनार में शामिल लोगों द्वारा तनाव व डिमेंशिया से संबंधित पूछे गए सवालों के जवाब भी डॉ. मक्कड़ ने दिए।