तनावग्रस्त जिदगी इंसान को बना रही बेबस
। वर्तमान भागदौड़ भरी जीवनशैली में तनाव हर आयु वर्ग पर हावी हो रहा है।
जागरण संवाददाता, अमृतसर
वर्तमान भागदौड़ भरी जीवनशैली में तनाव हर आयु वर्ग पर हावी हो रहा है। वैसे एक हद तक मनोवैज्ञानिक तनाव हमारे जीवन का हिस्सा होता है, पर जब यह अत्यधिक मात्रा में हो जाए तो यह गंभीर स्थिति है। तनावपूर्ण जीवन में इंसान दुनिया से अलग-थलग हो जाता है। ऐसे में वह नशे का सेवन भी करने लगता है। यह जानकारी मनोचिकित्सक डॉ. हरजोत सिंह मक्कड़ ने रंजीत एवेन्यू में आयोजित निशुल्क मेडिकल चेकअप कैंप के दौरान उपस्थित लोगों को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि जरूरी नहीं कि तनाव का संबंध किसी घटना दुर्घटना से हो। यह आपकी जीवनशैली के कारण भी उत्पन्न हो सकता है। ज्यादा कमाने की चिता, बच्चों को लेकर चिता होना, कोई बीमारी की वजह से या फिर इच्छाओं का अधिक होना भी तनाव पैदा करता है। आज यह जरूरी है कि लोग नकारात्मक बातों से दूर रहें, व्यायाम करें, अपने पालतू जानवर के साथ खेलें, बगीचे में बागवानी करें, पुस्तकें पढ़ें, संगीत का आनंद लें। तनाव से मुक्ति पाने के लिए वर्तमान में आधुनिक चिकित्सा है। तनावगस्त होने की सूरत में तत्काल मनोचिकित्सक के पास जाएं। काउंसलिग सेशन व दवाओं से तनाव से मुक्ति पाई जा सकती है। इस अवसर पर कैंप में सैकड़ों लोगों ने अपना चेकअप करवाया, जिन्हें निशुल्क दवाएं दी गईं।