कृषि कानूनों को लेकर कैप्टन सरकार कर रही गुमराह : मनोरंजन कालिया
प्रदेश भाजपा पूर्व कैबिनेट मंत्री मनोरंजन कालिया ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा जारी तीन कृषि कानूनों को लेकर कैप्टन सरकार राज्य के किसानों को गुमराह कर रही है।
जागरण संवाददाता, अमृतसर: प्रदेश भाजपा पूर्व कैबिनेट मंत्री मनोरंजन कालिया ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा जारी तीन कृषि कानूनों को लेकर कैप्टन सरकार राज्य के किसानों को गुमराह कर रही है। नए कृषि कानूनों से किसान को उपज का सही दाम मिलेगा और आय भी बढ़ेगी। कालिया ने यह बात वीरवार को शहीद हरबंस लाल खन्ना स्मारक में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कैप्टन अमरिदर सिंह और उसके विधायकों को आड़े हाथों लेते हुए कही।
उन्होंने कहा कि कृषि के नए कानूनों में फल के न्यूनतम समर्थनव मूल्य (एमएसपी) में किसी तरह का बदलाव नहीं किया। इससे किसान को न्यूनतम मूल्य तो मिलेगा ही साथ ही देश के किसी भी हिस्से में अपनी उपज को इससे ज्यादा मूल्य पर भी बेच सकेगा। मनमोहन सिंह की सरकार 10 साल रही मगर किसानों के हित के लिए स्वामीनाथन कमीशन रिपोर्ट को लागू नहीं की। मगर प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी ने पांच जून 2020 को किसानों को प्रफुल्लित करने के लिए कृषि के तीन नए कानून लागू करने के साथ ही स्वामीनाथन की रिपोर्ट को भी लागू किया। कैप्टन सरकार ने पंजाब एग्रीक्लचर प्रोड्यूस मार्केट्स एक्ट (एपीएमसी) में 2017 में संशोधन किया, जो अब केंद्र सरकार द्वारा जारी किए गए नए अध्यादेशों से मिलता-जुलता है। अब कैप्टन सरकार दोहरे मापदंड अपनाते हुए इसका विरोध कर पंजाब के किसानों को गुमराह कर रही है। कैप्टन के विधायक डिस्टिलरी स्कैम, इंस्टीट्यूशनल स्कैम, पीपीई किट स्कैम, माइनिग स्कैम और लैंड स्कैम में शामिल हैं, लेकिन किसी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई।
अर्थव्यवस्ता काबू करने के लिए बढ़ाए पेट्रोल-डीजल के दाम
पेट्रोल और डीजल के रोजाना बढ़ रहे रेटों पर पूछे गए सवाल में मनोरंजन कालिया ने कहा कि कोविड-19 के दौरान बहुत नीचे पहुंच गई अर्थव्यवस्था के लिए यह बहुत जरूरी है। इस अवसर पर भाजपा के वरिष्ठ नेता राजिदर मोहन सिंह छीना, प्रदेश सचिव रीना जेटली, अमृतसर जिला सह-प्रभारी अरुण शर्मा, मीडिया सह-प्रभारी जनार्दन शर्मा, देहाती अध्यक्ष हरिदयाल सिंह औलख, महासचिव राजेश कंधारी, सुखमिदर सिंह पिटू, सरबजीत सिंह शंटी, अनमोल पाठक, तरुण अरोड़ा और सन्नी चोपड़ा भी उपस्थित थे।