मंडियों में गेहूं की आमद में लग सकता सप्ताह से ज्यादा समय
अमृतसर जिला अमृतसर की सबसे बड़ी दाना मंडी भगतांवाला गेहूं की आमद न होने से सुनसान पड़ी है।
-आंधी और बारिश ने किसानों की मेहनत पर फेरा पानी, जिले की सबसे बड़ी भगतावाला दाना मंडी में पसरा सन्नाटा
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कमल कोहली, अमृतसर
जिला अमृतसर की सबसे बड़ी दाना मंडी भगतांवाला गेहूं की आमद न होने से सुनसान पड़ी है। बेशक पंजाब सरकार की ओर गेहूं की खरीद के मंडी में सभी प्रबंध कर रखे हैं लेकिन मौसम के बदले मिजाज के कारण अभी मंडियों में किसानों को गेहूं लेकर आने में एक सप्ताह से अधिक का समय लग सकता है।
दैनिक जागरण की टीम ने जब भगतांवाला दाना मंडी का दौरा किया तो वहां सन्नाटा पसर हुआ था। उधर, आढ़ती तथा सरकारी अधिकारियों ने अपील की है कि किसान जल्दबाजी में भीगा हुआ गेहूं मंडियों में ना लेकर आएं, जिससे खरीद प्रक्रिया के दौरान उनको परेशान होना पड़े। पिछले दो दिनों से आंधी और बारिश के कारण किसानों के चेहरे मुरझाए हुए हैं। अब वह भगवान से यही प्रार्थना कर रहे है कि मौसम साफ रहे ताकि वह गेहूं की कटाई की जा सके। जिला अमृतसर में 57 अनाज मंडियां हैं, जिसमें 48 पक्की मंडिया हैं तथा नौ कच्ची। गेहूं की संभावित आमद को देखते हुए जिला मंडी बोर्ड, मार्केट कमेटी, जिला खुराक व सप्लाई विभाग द्वारा मंडियों में सभी प्रबंध मुकम्मल कर रखे हैं। 41 मंडियों में पक्के शौचालय बने हुए हैं तथा 16 मंडियों में अस्थायी तौर पर शौचालयों का निर्माण किया गया है। 29 मंडियों में हैडपंप व अन्य मंडियों में पेयजल के पक्के स्टैंड व 14 वॉटर कूलर लगाए गए हैं। वर्षा के मौसम को देखते हुए सभी आढ़तियों को 20 से अधिक तिरपालें रखने की हिदायत दी गई है। मंडी भगतांवाला में पांच सरकारी एजेंसियों को गेहूं की खरीद के लिए निर्धारित किया गया है, जिसमें पनग्रेन, एफसीआइ, मार्कफेड, पनसप और पंजाब वेयर हाउस शामिल हैं। सरकार द्वारा एक अप्रैल को गेहू की खरीद करने की घोषणा की गई है, पर अभी तक मंडी में कोई भी सरकारी व प्राइवेट खरीद नही हुई है। गेहूं का सरकारी दाम इस समय 1840 रुपये प्रति क्विंटल रखा गया है। अगर देखा जाए तो वर्ष 2017-18 में भगतांवाला दाना मंडी में 6 लाख 30 हजार क्विंटल, वर्ष 2018-19 में 6 लाख 88 हजार क्विंटल गेहूं की खरीद हुई है। इस बार सरकार को संभावना है कि वर्ष 2019-20 सरकारी गेहूं खरीद 6 लाख 77 हजार क्विंटल होगी।
बाक्स: भगतांवाला मंडी में हैं सिर्फ चार कवर शेड
भगतांवाला दाना मंडी में इस समय चार कवर शेड हैं। सीजन के दौरान गेहूं तथा धान की फसल काफी मंडी में आ जाती है, जिस कारण किसानों को खुले आसमान में अपनी फसल रखने के लिए मजबूर होना पड़ता है। वर्षा के कारण काफी नुक्सान भी हो सकता है। गल्ला आढ़ती वेलफेयर एसोसिएशन के प्रधान सुखदेव सिंह ने कहा कि मंडी में चार नए शेड बनने की मंजूरी मिल चुकी है। जिसका कार्य सीजन के बाद शुरू होने की संभावना है। सुखदेव सिंह ने कहा कि मौसम खराब होने से अब 25 अप्रैल के बाद गेहूं की आमद आने की संभावना है। किसानों तथा जिमींदारों को अपील है कि वह गेहूं को सुखाकर लेकर आएं। भीगा हुआ गेहूं मंडी में बेचने के लिए किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
गेहूं सुखाकर ही मंडियों में लाएं किसान: जसविंदर सिंह
जिला मंडी अधिकारी जसविदर सिंह धालीवाल तथा मार्केट कमेटी के सचिव राकेश भाटिया ने बताया कि मंडियों में सभी प्रबंध पूरे किए गए हैं । आढ़तियों को कई हिदायतें जारी की गई हैं। बारिश से बचाव के लिए तिरपालें भी रखने हेतू आढ़तियों को कहा गया है। टैंट, पेयजल, शोचालय व सुरक्षा हेतु भी सभी प्रबंध किए गए हैं। वर्षा के कारण गेहूं का रंग फीका पड़ सकता है। 12 प्रतिशत नमी वाले गेहूं की खरीद हेतु किसानों को मुश्किल आ सकती है, इसलिए किसान फसल की कटाई में जल्दबाजी न करे।
किसानों को किया जा रहा
है जागरूक : खन्ना
जिला खाद्य व आपूर्ति विभाग के एएफडीओ शिवराय खन्ना ने बताया कि विभाग द्वारा निर्धारित खरीद एजेंसियों को दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं। विभाग द्वारा बारदाने तथा धान की लिफ्टिंग के लिए ट्रांसपोर्ट सिस्टम के सभी प्रबंध मुकम्मल कर लिए गए हैं। विभाग द्वारा किसानों तथा आढ़तियों को आनउसमेंट के जरिए जागरूक किया जा रहा है। सरकारी एजेंसियां सरकार के नियमानुसार ही गेहूं की खरीद करेंगी, जिससे किसानों को किसी तरह की समस्या ना आए।