गिरते जल स्तर को गंभीरता से लें किसान : डॉ. चित्रा
जल शक्ति अभियान के तहत किसान मेला करवाया।
जागरण संवाददाता, अमृतसर, मजीठा : कृषि विज्ञान केंद्र ने पंजाब एग्रीक्लचर यूनिवर्सिटी के साथ मिलकर अपने नागकलां-जहांगीर स्थित कैंपस में जल शक्ति अभियान के तहत किसान मेला करवाया। यह मेला केंद्र के सहायक निर्देशक डॉ. भूपिदर सिंह ढिल्लों के नेतृत्व में किया। इस मौके पर सड़क ट्रांसपोर्ट और राज्यमार्ग मंत्रालय (भारत सरकार) के संयुक्त सचिव प्रियंक भारती मुख्य मेहमान के तौर पर उपस्थित हुई।
भारती ने पानी के बचाव के लिए भारत सरकार की ओर से किए जा रहे प्रयासों के बारे में बताया। दिल्ली से आए डॉ. चित्रा राजारेतनम (मिट्टी और आरएसडी) केंद्रीय सिटी और पदार्थ खोज अध्यन मंत्रालय जल श्रोत ने पानी के कम हो रहे स्तर पर चिता व्यक्त की और किसानों को इसे गंभीरता से लेने को कहा। इसी तरह मंडल सिटी संभाल अधिकारी राजिदर पाल सिंह ने विभाग की तरफ से पानी के बचाव के लिए तुबका सिचाई व अन्य सिचाई स्कीमों के बारे में जानकारी किसानों को दी। मुख्य कृषि अधिकारी डॉ. गुरदयाल सिंह बल ने कृषि विभाग की अलग-अलग स्कीमों की किसानों को जानकारियां दी।
देहाती विकास मंत्रालय (भारत सरकार) के सहायक सचिव हिमांशु जैन ने सभी विभागों को पानी बचाने वाली किसान पक्षीय स्कीमों को लोगों तक पहुंचाने के लिए प्रेरित किया। यहां डॉ. सुखजिदरजीत सिंह और डॉ. नरिदरपाल सिंह ने किसानों को पानी के बचाव संबंधी हर संभव प्रयास करने को कहा। गिरता जल स्तर चिंता का विषय
जल संसाधान मंत्रालय (भारत सरकार) के डॉ. एनपी होनकन्डावर ने भी पानी के लगातार तेजी से नीचे जा रहे स्तर को चिता का विषय बताया। इसी तरह केवीके के अलग-अलग साइंटिस्ट डॉ. सुखजिदरजीत सिंह, डॉ. परविदर सिंह, डॉ. रामिदर कौर, डॉ. आस्था, डॉ. गुरमीत सिंह ने अपने-अपने विषय पर पानी की संभाल के बारे में जानकारियां दी। प्रदर्शनियां रही आकर्षण का केंद्र
केवीके के अलग-अलग साइंटिस्टों प्रेरणा कपिला, सुखविदर बीर कौर (गृह विज्ञान) की ओर से पानी बचाने के लिए लगाई गई प्रदर्शनियां किसानों के आकर्षण का केंद्र रहीं। कन्जूयमर मामले व फूड एंड पब्लिक डिस्ट्रिब्यूशन (भारत सरकार) की ब्लॉक नोडल अधिकारी सिमरजीत कौर ने किसानों को खेती के दौरान पानी के बचाव के तरीके बताए।