किसान महिला रैली निकाल किया कृषि सुधार कानूनों का विरोध
किसान मजदूर संघर्ष कमेटी की ओर से कृषि सुधार कानूनों के विरोध में चलाए जा रहे आंदोलन के 30वें दिन अमृतसर की दशहरा ग्राउंड विशाल किसान महिला रैली का आयोजिन किया गया।
जागरण संवाददाता, अमृतसर: किसान मजदूर संघर्ष कमेटी की ओर से कृषि सुधार कानूनों के विरोध में चलाए जा रहे आंदोलन के 30वें दिन अमृतसर की दशहरा ग्राउंड विशाल 'किसान महिला रैली' का आयोजिन किया गया। केसरी दुपंट्टे लेकर पहुंची महिलाओं ने ग्राउंड में केंद्र सरकार और कारपोरेट घरानों का पुतला फूंका।
विशाल रैली को संबोधित किरते हुए किसान नेताओं सरवण सिंह पंधेर, गुरबचन सिंह चब्बा, लखविदर सिंह वरियाम, नवप्रीत कौर देवीदासपुरा और पंजाब स्टूडेंट्स यूनियन ललकार की सदस्य रविदर कौर ने कहा कि मोदी सरकार ने कृषि सुधार कानून के नाम पर खेती सेक्टर को कारपोरेट घरानों के हवाले कर दिया है। भाजपा की नीतियां पूरी तरह किसान और मजदूर मुलाजिम विरोधी हैं। साथ ही कैप्टन सरकार ने भी एपीएमसी एक्ट में वर्ष 2005, 2007, 2013 व 2017 में किए गए संशोधन वापस नहीं लिए हैं। जब तक केंद्र सरकार कानून रद नहीं करती, किसानों का आंदोलन जारी रहेगा। इस दौरान अमरदीप सिंह गोपी, बलदेव सिंह कलेर, बीबी वीर कौर, चरणजीत कौर वरपाल, सुखबीर कौर, मंजू कोटला, मंजीत कौर, वरलीन कौर, परमजीत कौर, कुलविदर सिंह, जसबीर कौर, रजिदर कौर कक्कड़ आदि मौजूद थे। श्वेत मलिक के घर के बाहर भी धरना जारी
30 किसान संगठनों के गठजोड़ की ओर से राज्यसभा सदस्य श्वेत मलिक के घर के बाहर शुक्रवार को भी धरना जारी रखा गया। जतिदर सिह छीना, हरजीत सिह, कंवलप्रीत सिंह पन्नू ने कहा कि उत्तर प्रदेश एक हजार रुपये प्रति क्विटल धान लाकर पंजाब में 1500 रुपये के हिसाब से बेचा जा रहा है, जो किसी भी कीमत पर सहन नहीं किया जाएगा। यहां हरजीत सिंह झीते, अमनदीप सिंह, सतबीर सिंह, कुलविदर सिंह, अमरीक सिंह आदि मौजूद थे। इसके अलावा एक माल के बाहर और बुटारी रेलवे स्टेशन पर भी किसानों का धरना प्रदर्शन जारी रहा।