मांगें मनवाने के लिए किसानों ने निकाला ट्रैक्टर मार्च
अलग-अलग संगठनों की ओर से आंदोलन चलाए जा रहे हैं। संयुक्त किसान मोर्चे के आह्वान पर आजाद किसान संघर्ष कमेटी के कार्यकर्ताओं की ओर से शहर में ट्रैक्टर मार्च का आयोजन किया गया।
जागरण संवाददाता, अमृतसर : कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के अलग-अलग संगठनों की ओर से आंदोलन चलाए जा रहे हैं। संयुक्त किसान मोर्चे के आह्वान पर आजाद किसान संघर्ष कमेटी के कार्यकर्ताओं की ओर से शहर में ट्रैक्टर मार्च का आयोजन किया गया। शहर के अलग-अलग क्षेत्रों में ट्रैक्टर मार्च करते हुए किसानों ने केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। किसानों की ओर से हाल गेट के बाहर काफी समय तक धरना देकर यातायात भी जाम किया। किसान सरकार द्वारा कृषि कानूनों को रद न करने के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे। किसान मांग कर रहे थे कि तीनों कृषि कानून और संशोधित बिजली एक्ट 2020 को पूर्ण रद्द किए जाएं।
प्रदर्शनकारी किसानों जगजीत सिंह, हरदीप सिंह, हरजीत सिंह, सतनाम सिंह और बलकार सिंह ने कहा कि सरकार किसानों की मर्जी के खिलाफ कृषि कानून लागू कर रही है। जब किसान कानूनों को स्वीकार ही नहीं करते तो सरकार क्यों जानबूझ कर इन कानूनों को लागू कर रही है।
उन्होंने कहा कि किसान तब तक अपना आंदोलन जारी रखेंगे जब तक सरकार तीनों कानून रद नहीं कर देती। सरकार को चाहिए कि वह किसानों के मन की बात को समझे और कृषि कानूनों पर पैदा विवाद को हल करें। डीटीएफ ने फूंकी कृषि कानून की प्रतियां: डेमोक्रेटिक टीचर्स फ्रंट के अध्यापकों न खलचियां, जबोवाल थोथियां व लश्करी नंगल सहित विभिन्न स्कूलों में किसान सघंर्ष का समर्थन करते हुए केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए कृषि कानूनों की प्रतियां जलाई। इस मौके पर डीटीएफ पंजाब वित्त सचिव अश्वनी अवस्थी, जर्मनजीत सिंह, लखविदर सिंह, गुरबिदर सिंह, चरनजीत सिंह, हरदेव सिंह, हरजाप सिंह, सुखविदर सिंह, सुखजिदर सिंह, ममता शर्मा, सुखदेव सिंह, राजेश पराशर, अरजीत सिंह, कुलदीप तोला, नरिदर सिंह, भुपिदर सिंह, विशाल चौहान आदि ने केंद्र सरकार से कृषि कानूनों को रद करने की मांग की।