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किडनी देकर बचाएंगीं सुहाग व भाई की जिंदगी

। किडनी ट्रांसप्लांट की स्वीकृति प्राप्त करने के लिए सोमवार को किडनी प्रत्यारोपण कमेटी के सम्मुख छह मरीज एवं उनके पारिवारिक सदस्य प्रस्तुत हुए।

By JagranEdited By: Published: Tue, 27 Aug 2019 12:22 AM (IST)Updated: Tue, 27 Aug 2019 12:22 AM (IST)
किडनी देकर बचाएंगीं सुहाग व भाई की जिंदगी
किडनी देकर बचाएंगीं सुहाग व भाई की जिंदगी

जागरण संवाददाता, अमृतसर

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किडनी ट्रांसप्लांट की स्वीकृति प्राप्त करने के लिए सोमवार को किडनी प्रत्यारोपण कमेटी के सम्मुख छह मरीज एवं उनके पारिवारिक सदस्य प्रस्तुत हुए। कमेटी ने दस्तावेजों की गहन जांच के बाद चार केसों को स्वीकृति प्रदान कर दी है, जबकि दो केसों में दस्तावेज पूरे न होने पर इन्हें अनुमति प्रदान नहीं की गई।

गुरु नानक देव अस्पताल में किडनी प्रत्यारोपण कमेटी की बैठक में नरेश कुमार माही निवासी जालंधर को उसकी पत्नी गुरजीत कौर ने किडनी देने की पेशकश रखी। इसी तरह तरलोक सिंह निवासी जालंधर को भी उनकी पत्नी गुरजीत कौर, राम सागर निवासी जालंधर को उसके चाचा राम जस तथा अमनदीप सिंह निवासी अमृतसर को उसकी बहन रजनीश ने किडनी देने का प्रस्ताव रखा। कमेटी ने इन सभी केसों में दस्तावेजों की जांच के बाद स्वीकृति प्रदान कर दी। इसके अलावा दो मामलों में दस्तावेज पूरे न होने की वजह से इन्हें रद कर दिया गया। किडनी कमेटी में शामिल गुरु नानक देव अस्पताल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. जगदेव सिंह कुलार ने बताया कि दोनों परिवारों को दस्तावेज पूरे करने को कहा गया है।

इस अवसर पर सहायक सिविल सर्जन डॉ. रमेश कुमार ने कहा कि किडनी ट्रांसप्लांट के लिए दस्तावेज जरूरी है। साथ ही डोनर व पेशेंट्स क बीच खून का रिश्ता होना भी लाजमी है। कमेटी ने अब तक हजारों ही केसों को स्वीकृति प्रदान की है।


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