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‘कंदां बोलदियां’ से बयां होगा किला गोबिंदगढ़ का इतिहास, रोज आ रहे सैंकड़ों पर्यटक

ऐतिहासिक किला गोबिंदगढ़ को विधिवत खोले अभी चंद दिन ही हुए है, पर हर रोज 700 से 800 पर्यटक किला विजेट कर रहे है।

By Ankit KumarEdited By: Published: Sat, 18 Feb 2017 02:00 PM (IST)Updated: Sat, 18 Feb 2017 02:11 PM (IST)
‘कंदां बोलदियां’ से बयां होगा किला गोबिंदगढ़ का इतिहास, रोज आ रहे सैंकड़ों पर्यटक
‘कंदां बोलदियां’ से बयां होगा किला गोबिंदगढ़ का इतिहास, रोज आ रहे सैंकड़ों पर्यटक

विपिन कुमार राणा, अमृतसर। 142 एकड़ में फैले ऐतिहासिक किला गोबिंद गढ़ का 12 दिसंबर 2016 को उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल ने लोकार्पण किया था। तब प्रोजेक्ट प्रगति पर था, पर अब इसे पूर्ण रूप से लोगों के लिए खोल दिया गया है। किले में प्रोजेक्शन मेपिंग शो ‘कंदां बोलदियां’ के जरिये लोगों को किले की ऐतिहासिकता और 7 डी शो ‘शेर-ए-पंजाब’ महाराजा रणजीत सिंह की जीवनी से देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों को रूबरू करवाया जा रहा है। पंजाब हेरीटेज एंड टूरिज्म प्रोमोशन बोर्ड द्वारा किले को तैयार करने के बाद इसमें 256 साल से दफन रहस्यों से जहां पर्दा उठा है, वहीं अल्ट्रा मॉर्डन टेक्नोलॉजी वाले शो इसमें अपनी रंगत देने का काम कर रहे हैं।

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किले में बने हुए महाराजा रणजीत सिंह के तोशाखाने और जनरल डायर के बंगलो को म्यूजियम के रूप में विकसित किया गया है। तोशाखाने में ऐतिहासिक सिक्के रखे गए हैं, जबकि बंगलो में महाराजा रंजीत सिंह के समय की युद्ध सामग्री को डिस्पले किया गया है। 1सुबह से शाम तक 25 रुपये की टिकट पर लोग इसे जहां देख रहे हैं, वहीं शाम को डेढ़ सौ रुपये की टिकट के साथ शोज के अलावा लाइव परफार्मेंस का आनंद लोग उठा रहे हैं। शनिवार और रविवार को पूरा दिन शो चलेंगे। इसके अलावा लोग किले में अंदर बनाए गई फूड स्ट्रीट में अमृतसरी जायका भी चख रहे हैं और पर्यटकों को अमृतसर वैरायटी मुहैया करवाने के लिए क्राफ्ट बाजार भी सजाया गया है।

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2008 में सरकार के सुपुर्द हुआ था किला
अक्टूबर 1948 से 5 अक्टूबर 2008 तक किले पर आर्मी का कब्जा रहा। इस दौरान 26 इंडियन आर्मी यूनिट यहां पर रही। तब से इस पर सेना का ही कब्जा था। 6 अक्टूबर 2008 को आर्मी ने इस किले को पंजाब सरकार को सुपुर्द कर दिया था। पूर्व प्रधानमंत्री डा. मनमोहन सिंह ने कपाट खोलने के लिए किले की चाबी सरकार को सौंपी थी।

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विदेशी टेक्नोलॉजी अब गुरुनगरी में
अमेरिका, सिंगापुर, चाइना व कनाडा में मनोरंजन की 3डी, 4डी और 7डी एनीमेशन का उपयोग हो रहा है, लेकिन विश्व में ऐसे इफेक्ट एक जगह नहीं है। माया एनीमेशन किला गोबिंदगढ़ में एनीमेशन वल्र्ड की ऐसी ही जुगलबंदी बनाई है। एक छत के नीचे अल्ट्रा मॉर्डन टेक्नोलॉजी से लाइव इफेक्ट के अलावा 360 डिग्री पर पंजाब के कोने-कोने के इतिहास के दर्शन करने को मिलेंगे। इसमें लोगों को ऐसा महसूस होगा कि वे हवा में पंजाब के ऊपर घूम रहे हैं और नीचे से हर शहर व उसकी विरासत गुजर रही है। इन शोज फ्लाई ओवर पंजाब और स्प्रिट आफ पंजाब की भी शूटिंग शुरू हो गई है।

हर रोज आ रहे 700 से 800 पर्यटक
ऐतिहासिक किला गोबिंदगढ़ को विधिवत खोले अभी चंद दिन ही हुए है, पर हर रोज 700 से 800 पर्यटक किला विजेट कर रहे है। क्योंकि किला अपने आप में इतिहास संजोए हुए है। लोग जहां उसे देख रहे है, वहीं देश-विदेश के टेक्नोलॉजी से लैस शो भी उनके आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। ऐतिहासिक वस्तुओं से लैस म्यूजियम भी लोगों को खूब भा रहे है। एआर मिश्र, प्रोजेक्ट मैनेजर, पंजाब हेरीटेज एंड टूरिज्म प्रोमोशन बोर्ड।

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