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लॉकडाउन में मरीजों की सेवा में लगा कल्याण होम्योपैथिक अस्पताल

19 अप्रैल 1974 को राधा स्वामी बाबा देवा सिंह जी के आशीर्वाद से होम्योपैथिक डॉक्टर रतन सिंह ने तरनतारन में होम्योपैथिक अस्पताल शुरू करवाया था। यहां पर 19 नवंबर 1992 को इसे कॉलेज का रूप देते होम्योपैथिक डिग्री का पहला बैच आरंभ हुआ।

By JagranEdited By: Published: Sun, 24 May 2020 05:39 PM (IST)Updated: Sun, 24 May 2020 05:39 PM (IST)
लॉकडाउन में मरीजों की सेवा में लगा कल्याण होम्योपैथिक अस्पताल
लॉकडाउन में मरीजों की सेवा में लगा कल्याण होम्योपैथिक अस्पताल

जासं, तरनतारन : 19 अप्रैल 1974 को राधा स्वामी बाबा देवा सिंह जी के आशीर्वाद से होम्योपैथिक डॉक्टर रतन सिंह ने तरनतारन में होम्योपैथिक अस्पताल शुरू करवाया था। यहां पर 19 नवंबर 1992 को इसे कॉलेज का रूप देते होम्योपैथिक डिग्री का पहला बैच आरंभ हुआ।

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डॉ. रतन सिंह का जब 1 सितंबर 1995 को देहांत हुआ तो उनका शरीर मेडिकल छात्रों के लिए दान दिया गया था। डॉ. रतन सिंह की दो बेटियां सविंदर कौर, बलविंदर कौर ने भी सेहत सेवाओं के क्षेत्र में अपनी अहम भूमिका निभाई। लॉकडाउन के बीच कल्याण होम्योपैथिक अस्पताल ने मरीजों के कल्याण के लिए लगातार सेवाएं दी जा रही है। अस्पताल के डायरेक्टर डॉ. पवित्र सिंह भुल्लर द्वारा प्रत्येक दिन अस्पताल में मरीजों का इलाज किया जा रहा है। उनका कहना है कि लॉकडाउन के बीच कोरोना से बचाव के लिए मरीजों को मास्क पहनने, सैनिटाइज का प्रयोग करने, फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन करने बाबत जागरूक किया जाता है।


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