घोड़े पर अधिक बोझ डालने पर एनजीओ ने दी शिकायत, मालिक पर केस दर्ज
रविवार की सुबह आठ बजे रामबाग थाने के बाहर अपने रेहड़ा घोड़े पर जा रहे सोनू को पीपल फार एनिमल संस्था की ओर से रामबाग थाने ले जाया गया।
संवाद सहयोगी, अमृतसर : रविवार की सुबह आठ बजे रामबाग थाने के बाहर अपने रेहड़ा घोड़े पर जा रहे सोनू को पीपल फार एनिमल संस्था की ओर से रामबाग थाने ले जाया गया। वहीं संस्था की ओर से बीमार घोड़े पर ज्यादा भार डाल कर ले जाने के आरोप में संस्था ने घोड़े मालिक पर केस दर्ज करवाया। जिसकी सूचना रेहड़ा घोड़ा, तांगा, ठेला रिक्शा मजदूर यूनियन को मिलने पर कार्यकर्ता रामबाग थाने में पहुंचे।
यूनियन के पंजाब प्रधान बाबा गुरमुख सिंह ने कहा कि लाकडाउन में 200 रुपये की फीड घोड़ा मालिक कहां से लाता था। तब इन बेजुबान जानवरों के बारे में एनजीओ ने नहीं सोचा। एक दिन का भी राशन घोड़े के मालिकों को नहीं दिया गया। घोड़े के मालिक घोड़ों को अपने बेटों की तरह पालते हैं। आज लाकडाउन खत्म हुआ तो हर घोड़े का मालिक काम करके अपने परिवार का और घोड़े का पेट पाल रहा है। एक घोड़ा मालिक के ऊपर केस दर्ज करवाकर एनजीओ ने गलत किया है। उन्होंने कहा कि यूनियन की ओर से डिप्टी कमिश्नर को मांग पत्र दिया जाएगा। इस मौके पर तरसेम सिंह, फौजा सिंह, साहब सिंह, सतनाम सिंह, चनन सिंह, प्रेम सिंह, हरजीत सिंह आदि मौजूद थे। घोड़े पर 5.5 क्विंटल से ज्यादा भार नहीं डाल सकते : एनजीओ
पीपल फार एनिमल की पदाधिकारी शालिनी ने कहा कि घोड़े की हालत ठीक नहीं है। जबकि घोड़े पर 5.5 क्विंटल ही भार डाल सकते हैं। ऐसे में कई बार कहने पर भी घोड़ा मालिक बाज नहीं आते। इसी कारण घोड़ा मालिक की शिकायत रामबाग थाने में दी गई है। आज छुट्टी होने के कारण बीमार घोड़े को थाने से सुबह संस्था ले जाएगी।