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ज्ञानी इकबाल सिंह मामले में जांच रिपोर्ट श्री अकाल तख्‍त को सौंपी, बोर्ड ने इस्‍तीफा लौटाया

ज्ञानी इकबाल सिंह के मामले में गठित कमेटी ने अपनी जांच रिपोर्ट श्री अकाल तख्‍त को सौंप दी है। उधर प्रबंधकीय बोर्ड ने इकबाल सिंह का इस्‍तीफा लौटा दिया है।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Tue, 05 Mar 2019 11:01 AM (IST)Updated: Tue, 05 Mar 2019 11:01 AM (IST)
ज्ञानी इकबाल सिंह मामले में जांच रिपोर्ट श्री अकाल तख्‍त को सौंपी, बोर्ड ने इस्‍तीफा लौटाया
ज्ञानी इकबाल सिंह मामले में जांच रिपोर्ट श्री अकाल तख्‍त को सौंपी, बोर्ड ने इस्‍तीफा लौटाया

अमृतसर, जेएनएन। तख्त श्री पटना साहिब के जत्थेदार ज्ञानी इकबाल सिंह के मामले की जांच के लिए गठित कमेटी ने अपनी रिपोर्ट श्री अकाल तख्त साहिब को सौंप दी है। जांच कमेटी के सदस्य रजिंदर सिंह मेहता व अन्य सदस्यों ने कहा कि रिपोर्ट पर अगली कार्रवाई श्री अकाल तख्त साहिब द्वारा की जाएगी। यह जानकारी नहीं दी कि रिपोर्ट में क्या कहा गया है। श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कहा कि  सात सदस्यों की कमेटी की रिपोर्ट पर जल्द कार्रवाई की जाएगी। दूसरी ओर प्रबंधकीय बोर्ड ने ज्ञानी इकबाल सिंह का इस्‍तीफा वापस कर दिया है।

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उधर, तख्त श्री पटना साहिब के जत्थेदार ज्ञानी इकबाल ङ्क्षसह ने जांच कमेटी और श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार पर सवाल खड़े किए हैैं। उन्होंने कमेटी सदस्य रजिंदर सिंह मेहता और भगवत सिंह सियालका को कई मुद्दों पर खरी खरी सुनाई। ज्ञानी इकबाल सिंह ने कहा कि उन्होंने 35 साल सेवा निभाई है। श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह की इतनी उम्र भी नहीं है।

सोशल मीडिया पर 24 मिनट का वीडियो वायरल
सोशल मीडिया पर वायरल एक 24 मिनट के वीडियो में ज्ञानी इकबाल सिंह ने डेरा मुखी की माफी के संबंध में सवाल उठाते हुए कहा कि माफी देने में ज्ञानी गुरबचन सिंह और ज्ञानी गुरमुख सिंह ने भूमिका निभाई। उन्होंने ऐसा करके पंथ के साथ गद्दारी की। संगत ने डेरा मुखी को माफी देने का  विरोध किया, परंतु इन दोनों जत्थेदारों को श्री अकाल तख्त साहिब पर सम्मन भेज कर तलब नहीं किया गया। उनके खिलाफ भी जांच करवाई जानी चाहिए थी।

प्रबंधकीय बोर्ड के महासचिव ने इस्तीफा वापस किया
उधर ज्ञानी इकबाल सिंह के मामले को लेकर तख्त पटना साहिब प्रबंधकीय बोर्ड के सदस्य आपस में बंट गए हैैं। शिकायत बोर्ड के अध्यक्ष अवतार सिंह हित का ग्रुप ज्ञानी इकबाल सिंह के खिलाफ है जबकि महासचिव महिंदर सिंह ग्रुप ज्ञानी इकबाल सिंह के पक्ष में हैं।

बोर्ड के महासचिव महिंदर सिंह ने ज्ञानी इकबाल सिंह को पत्र लिख कर कहा है कि उनके पास बड़ी संख्या में संगत के पत्र पहुंचे हैैं। इन्हें ध्‍यान में रखते हुए सिंह साहिब पटना साहिब की ओर से दिया गया त्यागपत्र वापस  किया जाता है। जत्थेदार ज्ञानी इकबाल सिंह जत्थेदार के रूप में अपनी सेवाएं पहले की तरह जारी रखेंगे।

ज्ञानी इकबाल सिंह का त्यागपत्र वापस नहीं हो सकता : एडवोकेट फूलका
दिल्ली दंगा पीडि़तों का केस लड़ रहे वरिष्ठ वकील एचएस फूलका ने कहा, पटना साहिब के जत्थेदार ज्ञानी इकबाल सिंह का त्यागपत्र वापस नहीं हो सकता है। इस संबंध में मैंने तख्त पटना साहिब प्रबंधकीय बोर्ड के अध्यक्ष अवतार सिंह हित के साथ भी बातचीत की है। फूलका ने कहा कि नियमों के मुताबिक ही त्यागपत्र वापस लिया जा सकता है। अगर पटना साहिब बोर्ड का नियम त्यागपत्र वापस लेने की इजाजत नहीं देता तो ऐसा नहीं हो सकता।


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