15 लाख का गबन में रिकॉर्ड नहीं मिलने से लटकी जांच
वेस्ट सब-डिवीजन खंडवाला बिजली घर स्थित सेवक मशीन से 15 लाख के गबन की जांच लटकती ही जा रही है। बिजली घर का स्टाफ अकाउंट ऑफिसर (एओ) फील्ड की तीन सदस्यों की टीम को रिकॉर्ड मुहैया नहीं करवा पा रहा है। पुलिस अभी आरोपितों पर पर्चा दर्ज नहीं कर पाई है।
हरदीप रंधावा, अमृतसर : वेस्ट सब-डिवीजन खंडवाला बिजली घर स्थित सेवक मशीन से 15 लाख के गबन की जांच लटकती ही जा रही है। बिजली घर का स्टाफ अकाउंट ऑफिसर (एओ) फील्ड की तीन सदस्यों की टीम को रिकॉर्ड मुहैया नहीं करवा पा रहा है। पुलिस अभी आरोपितों पर पर्चा दर्ज नहीं कर पाई है।
पुलिस का कहना है विभागीय जांच के बाद ही पुलिस शिकायत के आधार पर मिलान करके आरोपितों पर कार्रवाई करेगी। नवनियुक्त रेवेन्यू अकाउंटेंट (आरए) द्वारा चार्ज न लेने की वजह से नवनियुक्त हेड कैशियर भी ऑडिट टीम को गबन की तय तक पहुंचने के लिए पुराना रिकॉर्ड नहीं दे पा रहा है। कैश के गबन में आरोपित सस्पेंड हुए आरए अश्विनी शर्मा और हैड कैशियर महिदरपाल सिंह को बिजली घर बुलाया था, ताकि आडिट टीम को जरूरतनुसार रिकॉर्ड मुहैया करवाया जा सके।
एसडीओ धर्मिंदर सिंह का कहना है कि सब-डिवीजन छेहरटा से नवनियुक्त आरए ने बीमार होने की आज तक अपना चार्ज नहीं लिया है। लॉकडाउन व कर्फ्यू में 14 मई को वेस्ट सब-डिवीजन खंडवाला बिजली घर स्थित सेवक मशीन के आपरेटर संदीप सिंह द्वारा पावरकॉम के हेड कैशियर व रेवेन्यू अकाउंटेंट (आरए) की मिलीभगत से 15 लाख के गबन का खुलासा हुआ है।