तहसील और सेवा केंद्र में भी दिखा किसानों की हड़ताल का असर
केंद्र सरकार के किसान विरोधी विधेयक के खिलाफ शुक्रवार को किसानों के पंजाब बंद का असर जिला की तहसील और सेवा केंद्र में भी रहा। तहसील में रोजाना डेढ़ से दो हजार लोग पहुंचते हैं।
जागरण संवाददाता, अमृतसर : केंद्र सरकार के किसान विरोधी विधेयक के खिलाफ शुक्रवार को किसानों के पंजाब बंद का असर जिला की तहसील और सेवा केंद्र में भी रहा। तहसील में रोजाना डेढ़ से दो हजार लोग पहुंचते हैं। इनमें से कुछ लोग जमीनों की रजिस्ट्री करवाते हैं जबकि कुछ लोग सेवा केंद्र में पंजाब सरकार की अलग-अलग सेवाओं के लिए आवेदन देते हैं। किसानों के आंदोलन का असर सब-रजिस्ट्रार और सेवा केंद्र की सेवाओं पर भी पड़ा। जिला की दोनों तहसीलों में 103 दस्तावेज ही रजिस्टर्ड किए गए जबकि आम दिनों में इनकी औसतन संख्या 170 होती है।
दोबारा से लेना होगा समय
सब-रजिस्ट्रार -वन जेपी सलवान ने बताया कि आज रजिस्ट्रियों के लिए बहुत कम लोग ही पहुंचे। इंतकाल, तत्काल अपाइंटमेंट और सामान्य रजिस्ट्रियों सहित 52 लोगों ने ही अपने दस्तावेज रजिस्टर्ड करवाए। रह गए लोगों को अपने दस्तावेज रजिस्टर्ड करवाने के लिए दोबारा से समय लेना होगा। दूसरी तरफ तहसील-2 में 51 लोगों ने ही दस्तावेज रजिस्टर्ड करवाए।
गांवों से नहीं पहुंच पाए लोग
वहीं दूसरी तरफ सेवा केंद्र के जिला मैनेजर राजीव सैनी ने कहा कि आज लोगों का बहुत कम आना हुआ। उनके केंद्र में ज्यादातर लोग तो गांवों से ही आते हैं। हड़ताल के चलते शहर वाले लोग ही आज केंद्र में पहुंचे। पहले रोजाना यहां 400 से 500 आवेदन जमा किए जाते हैं, वहीं आज इसका आंकड़ा 125 के करीब ही रहा।