अवैध डेयरी और पशुओं ईस्ट मोहन नगर के लोग परेशान
। पूर्वी हलके के वार्ड नंबर 46 के इलाका ईस्ट मोहन नगर में पड़ती नाले वाली रोड निवासी क्षेत्र में फैली गंदगी और पशुओं से खासे परेशान हैं।
अमनदीप सिंह, अमृतसर : पूर्वी हलके के वार्ड नंबर 46 के इलाका ईस्ट मोहन नगर में पड़ती नाले वाली रोड निवासी क्षेत्र में फैली गंदगी और पशुओं से खासे परेशान हैं। पार्को में गंदगी की भरमार हो चुकी है।
इलाका निवासी रूपिंदर कौर, हरभजन कौर, बलजीत कौर व अमरजीत कौर ने बताया कि उनके क्षेत्र में कड़ा एसके फैक्टरी के मालिक कैलाश कुमार नगर निगम और राजनेताओं के संरक्षण से रिहायशी इलाके डेयरी चला रहे हैं। एसके कड़े वाला ने क्षेत्र में गाय और भैंसें रखी हुई हैं।
जबकि निगम की ओर से शहर के अंदरूनी भागों में गाय और भैंसें रखने के लिए मनाही है। उन्होंने कहा कि इन पशुओं का गोबर सामने वाली पार्कों में फेंका जा रहा है। लोगों के रोष जताने पर कड़ा एसके वाले ने निगम को कहकर गोबर तो उठवा दिया, लेकिन पार्कों में गंदगी वैसी की वैसी ही पड़ी हुई है। क्षेत्र में गंदगी और बदबू की भरमार है। पशु भी कई बार बच्चों, बुजुर्गों और महिलाओं को अपना निशाना बनाते हैं। कड़ा एसके वाला भी अपने पशु पार्कों में घास चरने के लिए छोड़ देता है। दैनिक जागरण ने जब क्षेत्र का दौरा किया तो पाया कि नगर निगम की गाड़ी कड़ा एसके के यहां से गोबर उठा रही थी। लोगों ने कहा कि क्या निगम की गाड़ी वार्ड 46 में गोबर उठाने के लिए रखी गई है।
इसके बारे में पता नहीं : गिल
नगर निगम के सेनेटरी इंस्पेक्टर विजय गिल ने कहा कि उन्हें पता नहीं है कि निगम की गाड़ी ने कड़ा एसके के यहां से गोबर उठा रही है। निगम की गाड़ियां कूड़ा उठाने के लिए हैं ना की किसी का निजी काम करने के लिए। जो भी कर्मी यह काम कर रहा है उस पर कार्रवाई की जाएगी। शहर में डेयरी फार्म चलाने की इजाजत किसी को नहीं है। निगम की सहमति से रखे हैं पशु : कैलाश कुमार
जब कड़ा एसके फैक्टरी के मालिक कैलाश कुमार से पूछा गया क्या आपने कोई डेयरी फार्म रखा हुआ है? पहले तो उन्होंने साफ मना कर दिया कि उसके पास कोई भी पशु नहीं है। जब उनसे निगम की गाड़ी द्वारा गोबर उठाने की बात पूछी गई तो उन्होंने कहा कि निगम ने उन्हें 500 गज के दायरे में एक पशु रखने की इजाजत दी है। उसकी खुद की जगह 500 गज है। पहले भी शिकायत आ चुकी है : शैली
वार्ड पार्षद शैलिदर सिंह शैली ने कहा कि उनके पास पहले भी यह शिकायत आ चुकी है। उनकी ओर से पांच बार कड़ा एसके वाले को मना किया गया है। बावजूद इसके बार-बार शिकायत आने पर उसके खिलाफ कानूनी रूप में कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए अधिकारियों से बात करेंगे।