कोरोना से डरने की नहीं, जागरूक होने की जरूरत : विनी महाजन
पंजाब सरकार की मुख्य सचिव विनी महाजन का कहना है कि कोरोना से डरने की नहीं बल्कि जागरूकता व सावधान होने की जरूरत है।
जागरण संवाददाता, अमृतसर: पंजाब सरकार की मुख्य सचिव विनी महाजन का कहना है कि कोरोना से डरने की नहीं, बल्कि जागरूकता व सावधान होने की जरूरत है। ऐसे ही कोरोना से बचा जा सकता है। पंजाब सरकार बीमारी से निपटने के लिए कारगर प्रयास कर रही है। सरकार ने इस वायरस से लोगों को बचाने के लिए नियमित रूप से निगरानी की है। प्रदेश में कोरोना टेस्टिग की क्षमता बढ़ाई गई है। अस्पतालों में उपचार के लिए पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। विनी महाजन शनिवार को इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट आइआइएम अमृतसर की ओर से 'लाइफ बियॉन्ड कोविड-19 : इंस्टीट्यूशनलाइजिग द न्यू नॉर्मल इन हेल्थ एंड वेल बीइंग' विषय पर करवाए गए बेबिनार में बोल रही थीं। बेबिनार की अगुआई आइआइएम के निदेशक प्रो. नागराजन राममूर्ति ने की। वेबिनार की शुरुआत मुख्य सचिव विनी महाजन ने की। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह भी इस कार्यक्रम में आमंत्रित थे, लेकिन वह शामिल नहीं हुए। वेबिनार में कई चिकित्सा विशेषज्ञ भी शामिल हुए।
भारत बायोटेक इंटरनेशनल लिमिटेड के अध्यक्ष और एमडी डॉ. कृष्णा एम. एला, सीएमसी लुधियाना के निदेशक डॉ. विलियम भट्टी, एम्स से मनोरोग विभाग के प्रोफेसर डॉ. राकेश चड्ढा, डॉ. संतोष चतुर्वेदी कार्यक्रम के पैनलिस्ट के तौर पर शामिल हुए। आइआइएम अमृतसर की एग्सीक्यूटिव डेवलपमेंट प्रोग्रामर वर्तिका दत्ता ने वेबिनार का संचालन किया।
डॉ. कृष्णा एला ने भारत में कोरोना वैक्सीन की खोज के आशावादी दृष्टिकोण पर प्रकाश डाला। उन्होंने भारत की तैयारी पर विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि निकट भविष्य में भारत पूरे विश्व की सहायता करने में समर्थ होगा। अफवाहों से दूर रहने की सलाह
डॉ. संतोष चतुर्वेदी ने डॉक्टरों व स्वास्थ्य कर्मियों के प्रति सहानुभूति रखने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में स्वास्थ्य कर्मी पूरी निष्ठा से काम कर रहे हैं। उन्होंने लोगों को अफवाहों से दूर रहने की सलाह दी। डॉ. राकेश चड्ढा ने कोरोना के संबंध में अधिक से अधिक जागरूकता फैलाने को जरूरी बताया। उन्होंने कहा कि कोरोना गंभीर बीमारी नहीं, जिसकी चर्चा जानलेवा बीमारियों में की जाए। उचित दिनचर्या का पालन कर भरपूर नींद लेकर व जीवनशैली में बदलाव लाना जरूरी है। इस वेबिनार में 350 से अधिक लोग शामिल हुए, जिनमें हेल्थ केयर प्रोफेशनल्स, मेडिकल स्टूडेंट्स और मैनेजमेंट स्टूडेंट्स शामिल थे।