अपराधियों के 100 फोटो और स्कैच दिखाए, पर नहीं हो पाई पहचान
अमृतसर म¨हद्रा कॉलोनी में मणिपुरी दंपती को लूट का शिकार बनाने वाले लुटेरों की पहचान के लिए पुलिस ने सौ से ज्यादा लुटेरों के स्कैच और फोटोग्राफ पीड़ित परिवार को दिखाए हैं।
जागरण संवाददाता, अमृतसर
म¨हद्रा कॉलोनी में मणिपुरी दंपती को लूट का शिकार बनाने वाले लुटेरों की पहचान के लिए पुलिस ने सौ से ज्यादा लुटेरों के स्कैच और फोटोग्राफ पीड़ित परिवार को दिखाए हैं। घटना के 24 घंटे बीत जाने पर भी किशन और उनकी पत्नी शनिवार की दोपहर हुई खौफनाक वारदात के सदमे से उभर नहीं पा रहे हैं। पुलिस द्वारा तैयार की गई हिस्ट्रीशीटर लुटेरों की एक एलबम और पुरानी वारदातों में लिप्त रहे लुटेरों के स्कैच दिखाने पर भी उनकी पहचान नहीं हो पाई है। उधर, एडीसीपी लखबीर ¨सह ने बताया कि पुलिस प्रत्येक थ्यूरी पर काम कर रही है। उन्होंने दावा किया है कि लुटेरों को जल्द धर लिया जाएगा।
पता चला है कि वारदात के 24 घंटे बाद जब पुलिस के हाथ लुटेरों का कोई सुराग नहीं लगा तो पुलिस के बड़े अधिकारियों के आदेश पर अमृतसर ही नहीं, तरनतारन, अमृतसर (देहाती), बटाला और गुरदासपुर के अधीन पड़ते थाना के इंचार्ज और चौकी इंचार्जो के वाट्सएप नंबरों पर लुटेरों की सीसीटीवी फुटेज वायरल कर दी गई है। यही नहीं रविवार की शाम तक यह फुटेज लोगों के मोबाइल पर भी पहुंच चुकी थी। पुलिस ने जनता से अपील की है कि इस हुलिए के संदिग्ध जहां दिखें तुरंत पुलिस को सूचित करें। ताकि उनकी गिरफ्तारी हो सके। पेशेवर नहीं थे लुटेरे!
पुलिस जांच में मान रही है कि लुटेरे पेशेवर नहीं थे। क्योंकि लुटेरों ने वारदात को अंजाम देते समय अपने मुंह नहीं ढके हुए थे। क्योंकि रानी का बाग स्थित म¨हद्रा कालोनी (जिस कोठी में वारदात हुई) के बाहर सड़क चलती रहती है। वहां लोगों का आना जाना रहता है। यही नहीं, कोठी से चंद कदमों की दूरी पर पीड़ित किशन ही नहीं अपितु कुछ अन्य रेहड़ियां और फड़ी वाले डेरा जमाए रहते हैं। इन हालातों में वारदात को अंजाम देकर आसानी से निकल जाना लुटेरों के लिए आसान नहीं हो सकता। छत से नहीं, गेट के रास्ते लुटेरे हुए फरार
गौर रहे घटना के बाद से किशन और उसकी पत्नी संगीता खौफ में थे। उन्हें पता नहीं लगा कि लुटेरे छत पर गए या फिर गेट के रास्ते से ही फरार हुए। जब पुलिस ने इलाके में लगी सीसीटीवी फुटेज खंगाली तो साफ हो गया कि लुटेरे वारदात को अंजाम देने के बाद छत से नहीं गेट के रास्ते भागे। एडीसीपी लखबीर ¨सह ने बताया कि छत पर भागने की बात मात्र अफवाह थी। कुछ लोगों ने अफवाह को फैलाया है। गलत जानकारी देने वाले उनकी जांच के दायरे में हैं।
यह है मामला
गौर रहे म¨हद्रा कालोनी स्थित कोठी नंबर - 33 में किशन और उनकी पत्नी संगीता पिछले 17 से साल रह रहे हैं। कोठी के मालिक विदेश में रहते हैं। शनिवार की दोपहर तीन युवक पिस्तौलें लेकर उनकी कोठी में घुसे और दंपती से 35 हजार रुपये नगद, सोने के गहने और संगीता के कानों से सोने की बालियां लूटकर ले गए। दंपती घर से कुछ ही दूरी पर न्यूडल्स की रेहड़ी लगाकर परिवार चलाता है।