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स्वास्थ्य मंत्री ने कहा- सरकारी अस्पतालों का नहीं होगा निजीकरण

अमृतसर पंजाब के कम्युनिटी व प्राइमरी हेल्थ सेंटरों को पब्लिक प्राइवेट मोड पर देने का फैसला सरकार ने वापस ले लिया है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 07 Feb 2019 12:08 AM (IST)Updated: Thu, 07 Feb 2019 12:08 AM (IST)
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा- सरकारी  अस्पतालों का नहीं होगा निजीकरण
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा- सरकारी अस्पतालों का नहीं होगा निजीकरण

— सिविल अस्पताल में निजीकरण के खिलाफ धरना लगाकर बैठे डॉक्टरों को ब्रह्म मो¨हदरा ने फोन कर दी जानकारी

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— कहा—स्वास्थ्य विभाग सरकारी अस्पतालों में नए डॉक्टरों की भर्ती कर रहा है, जो कमियां हैं वह भी दूर की जा रही हैं।

— स्वास्थ्य मंत्री का आश्वासन मिलने के बाद डॉक्टरों ने खत्म किया धरना

फोटो — 14

जागरण संवाददाता, अमृतसर

पंजाब के कम्युनिटी व प्राइमरी हेल्थ सेंटरों को पब्लिक प्राइवेट मोड पर देने का फैसला सरकार ने वापस ले लिया है। डॉक्टरों एवं पैरा मेडिकल कर्मचारियों के धरने प्रदर्शनों के बीच स्वास्थ्य मंत्री ने साफ किया है कि वह हेल्थ सेंटरों का निजीकरण नहीं कर रहे हैं। बुधवार को सिविल अस्पताल में निजीकरण के विरोध में डॉक्टरों द्वारा लगाए धरने के दौरान स्वास्थ्य मंत्री ब्रह्म मो¨हदरा ने इंप्लाइज वेलफेयर एसोसिएशन स्वास्थ्य विभाग के चेयरमैन राकेश शर्मा से फोन पर बात कर कहा कि आप धरना क्यों लगा रहे हो, सरकार इन हेल्थ सेंटरों को निजी हाथों में नहीं दे रही।

दरअसल, स्वास्थ्य विभाग ने पिछले माह विज्ञापन जारी कर उक्त हेल्थ सेंटरों को पीपीपी मोड में देने के लिए आवेदन मांगे थे। इसके बाद से ही विभाग को डॉक्टरों व पैरा मेडिकल स्टाफ के विरोध का सामना करना पड़ रहा था। बुधवार को सिविल अस्पताल के समूह डॉक्टर भी हड़ताल पर चले गए। हड़ताली डॉक्टर सरकार की इस नीति के विरोध में नारेबाजी कर रहे थे। इसी बीच स्वास्थ्य मंत्री ने फोन कर साफ कहा कि सरकारी अस्पतालों को पीपीपी मोड में देने का फैसला रद किया गया है।

इंप्लाइज वेलफेयर एसोसिएशन के चेयरमैन राकेश शर्मा ने बताया कि डॉक्टरों ने तीन घंटे के लिए सेहत सेवाएं ठप की थीं। स्वास्थ्य मंत्री का आश्वासन मिलने के बाद डॉक्टरों ने हड़ताल समाप्त कर दी है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा है कि स्वास्थ्य विभाग में डॉक्टरों की भर्ती प्रक्रिया में तेजी लाई गई है। इसके अतिरिक्त अस्पतालों में जो कमियां हैं उन्हें दुरुस्त किया जा रहा है। ऐसे में स्वास्थ्य केंद्रों को पीपीपी मोड पर देने का सवाल ही उत्पन्न नहीं होता।

इस अवसर पर डॉ. एनपी ¨सह, डॉ. मलकीत ¨सह, डॉ. अशोक, डॉ. संदीप अग्रवाल, डॉ जस¨वदर कौर, डॉ. अवलीन, डॉ. नेहा, डॉ. सुप्रीत कौर, डॉ. शालू अग्रवाल, डॉ. जैसमीन नंदा, दीपक राय देवगण, संजीव आनंद, जसबीर कौर, सुख¨वदर कौर, वीनस, द¨वदर रानी आदि उपस्थित थे।


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