शहरी मच्छरों पर सेहत विभाग की फौज ने किया अटैक
पेंडू मछरों पर दवा का छिड़काव करने वाला सेहत विभाग अब शहरी आबादी में दुबककर बैठे मछरों को चुन-चुन कर मारने के लिए उतर आया है।
नितिन धीमान, अमृतसर
'पेंडू मच्छरों' पर दवा का छिड़काव करने वाला सेहत विभाग अब शहरी आबादी में दुबककर बैठे मच्छरों को चुन-चुन कर मारने के लिए उतर आया है। सेहत विभाग की फौज ने 'शहरी मच्छरों' को मौत के घाट उतारने के लिए बुधवार को शहर के विभिन्न भागों में मच्छर मार दवा का छिड़काव करवाया।
दरअसल, शहरी आबादी में स्प्रे एवं फॉगिग का काम नगर निगम का है, पर निगम की टीमें इस बार नियमित रूप से फील्ड में नहीं उतरीं। यही वजह है कि डेंगू मच्छर का प्रकोप पूरे शहर में फैल गया। बीते सोमवार अमृतसर पहुंचे आईडीएसपी के स्टेट प्रोग्राम ऑफिसर डॉ. गगन ग्रोवर ने सिविल सर्जन डॉ. प्रभदीप कौर जौहल से बात कर यह निर्देश दिया था कि सेहत विभाग की टीमें अब शहरी क्षेत्रों में भी मच्छर मार दवा का छिड़काव करें। सेहत विभाग की टीमों ने स्प्रे व फॉगिग की प्रक्रिया शुरू कर दी है। मंगलवार को विभाग की 15 टीमें फील्ड में उतरीं और गुमटाला, वेरका, रंजीत एवेन्यू, बटाला रोड, मजीठा रोड, खजाना गेट, वेरका बाइपास, लोहारका रोड में जाकर फॉगिग एवं स्प्रे की।
डेंगू से अब तक 11 मौतें, 300 पॉजिटिव
डेंगू ने अब तक 11 लोगों को मौत की नींद सुलाया है। हालांकि स्वास्थ्य विभाग इन मौतों की वजह डेंगू नहीं मान रहा, क्योंकि इनका रिव्यू होना बाकी है। दूसरी तरफ जिले में डेंगू पॉजिटिव मरीजों की संख्या 300 तक जा पहुंची है, वहीं संदिग्ध बुखार से पीड़ित मरीजों की गिनती 500 से अधिक है।
निगम को सेहत विभाग की सीख
नगर निगम द्वारा शहरी आबादी में स्प्रे व फॉगिग न किए जाने के बाद सेहत विभाग द्वारा की गई पहल से लोग खुश हैं। सेहत विभाग के अधिकारी स्पष्ट कहते हैं कि यदि निगम ने अपना काम सलीके से किया होता तो शायद आज डेंगू मच्छर इतना आक्रामक न होता।
सेहत विभाग ने टीमों की संख्या बढ़ाई
पूर्व में सेहत विभाग के पास 15 टीमें थीं। डेंगू के प्रकोप को मद्देनजर रखकर एवं निगम की सुस्त चाल को देखते हुए सेहत विभाग ने टीमों की संख्या 40 कर दी है। एक टीम में दो फॉगिग एवं स्प्रे मैन, एक मेल वर्कर एवं एक इन्सटेंट कलेक्टर शामिल है। डेंगू की रोकथाम का जिम्मा नगर निगम व स्वास्थ्य विभाग को सामूहिक रूप से सौंपा गया है। निगम की टीम सेहत विभाग की टीम के साथ फील्ड में जाकर मच्छरों मौत बांटने के साथ-साथ जिस घर में मच्छर का लारवा मिलता है, उसका चालान काटती है। अफसोसनाक पहलू है कि निगम ने इस बार अपना सेनेटरी अधिकारी तक सेहत विभाग के साथ नहीं भेजा।
यह कदम उठाना जरूरी था : डॉ. मदन मोहन
जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. मदन मोहन का कहना है कि सिविल सर्जन डॉ. प्रभदीप कौर जौहल के निर्देश पर टीमें शहरी आबादी में उतर गई हैं। हम धुएं व स्प्रे से मच्छरों का खात्मा करने में जुटे हैं। वैसे सेहत विभाग का काम डेंगू बीमारी का उपचार करना है, लेकिन लोगों को डेंगू मच्छर से बचाने के लिए यह कदम उठाना जरूरी था। कल हम रानी का बाग क्षेत्र में मच्छरों का सफाया करेंगे।