जल्द लांच होगा एप, मुसीबत में रेल यात्री ले सकेंगे जीआरपी की मदद
अमृतसर ट्रेनों में सफर करते समय यात्रियों को पेश आनी वाली किसी भी मुश्किल से छुटकारा दिलाने और मौके पर जीआरपी की मदद लेने के लिए नया एप लांच किया जा रहा है।
-गुजरात में एप के ट्रायल को जबरदस्त रिस्पांस मिलने के बाद अब पूरे देश में लांच करने की तैयारी
हरीश शर्मा, अमृतसर
ट्रेनों में सफर करते समय यात्रियों को पेश आनी वाली किसी भी मुश्किल से छुटकारा दिलाने और मौके पर जीआरपी की मदद लेने के लिए नया एप लांच किया जा रहा है। इस एप को ट्रायल के तौर पर गुजरात में चलाया गया था जो सफल रहा। इसका जबरदस्त रिस्पांस मिलने के बाद अब इसे पूरे देश में इसे लांच किया जा रहा है। इस एप के जरिए कहीं पर भी जरूरत पड़ने पर जीआरपी की मदद ली जा सकेगी। इस एप का नाम रेल सुरक्षा जीआरपी एप रखा गया है। इसे एंड्रायड मोबाइल फोन के प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकेगा। इस एप के जरिए यात्री मुसीबत में फंसने के दौरान तुरंत मदद बुला सकते हैं। केवल अपने लिए ही नहीं बल्कि ट्रेन में सफर कर रहे अन्य यात्रियों को भी इस एप के जरिए मदद मुहैया करवाई जा सकती है। इस पर जाने वाली शिकायत की पूरी रिपोर्ट जीआरपी के हेड-क्वार्टर के सीनियर अधिकारियों तक जाएगी और इसके हल होने तक शिकायत का पूरा फीडबैक लिया जाएगा।
हर ट्रेन पर निगरानी रखने में मिलेगी मदद
इस एप के जरिए हरेक ट्रेन पर निगरानी रखने में मदद मिल सकेगी। क्योंकि ट्रेनों और रेलवे संपत्ति की जिम्मेदारी आरपीएफ व जीआरपी के कंधों पर होती है। मगर दोनों ही फोर्स के पास इतने मुलाजिम नहीं हैं कि हजारों की संख्या में चलने वाली ट्रेनों पर नजर रख सकें। इसलिए इस एप के जरिए यात्री आसानी से अपनी शिकायत अपलोड कर सकेंगे और जीआरपी को कंट्रोल रूम से सीधा मैसेज पहुंच जाएगा। इससे चलती ट्रेन के नजदीक जो भी स्टेशन होगा, वहां की जीआरपी तुरंत मदद के लिए पहुंच जाएगी। यहां बता दें कि रेलवे को अपडेट करने के लिए लगातार सोशल मीडिया की मदद ली जा रही है। क्योंकि इससे पहले आरपीएफ भी अपना हेल्प लाइन जारी कर चुकी है और अब ई-पेट्रोलिग एप भी लांच करने वाली है। वहीं जीआरपी ने भी अपना नया एप तैयार कर लिया है।
पीएनआर नंबर के साथ रजिस्टर्ड करवानी होगी शिकायत
इस एप को मोबाइल के प्ले स्टोर से डाउन लोड किया जा सकता है। वहां पर अपना नाम, एड्रेस और मोबाइल नंबर सहित अन्य जानकारी मुहैया करवानी होगी। जब शिकायत दर्ज करवाई जाएगी तो उसके साथ ही अपनी टिकट का पीएनआर नंबर भी देना होगा जिससे पता चल जाएगा कि शिकायतकर्ता कौन सी ट्रेन के कौन से बर्थ में कितनी नंबर सीट पर बैठा है। जो लोग जनरल श्रेणी में सफर कर रहें होंगे, उनके लिए अलग से आप्शन होगी। उन लोगों को अपनी ट्रेन के बारे में बताना होगा। अगर ट्रेन नंबर पता है तो उसे रजिस्टर्ड करना होगा। नहीं तो ट्रेन का नाम डालना होगा। साथ ही यह लिखना होगा कि आखिरी स्टेशन कौन से निकला है। इस एप को पूरी तरह से अपडेट किया जा रहा है और जीआरपी अधिकारियों के मुताबिक जून माह तक इस एप को लांच कर दिया जाएगा।