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बासमती के अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मंडीकरण की व्यवस्था होगी : पन्नू

कृषि विभाग के सचिव काहन ¨सह पन्नू ने कहा कि पंजाब सरकार बासमती के मंडीकरण की अंतराष्ट्रीय स्तर पर व्यवस्था करवाएगी।

By JagranEdited By: Published: Sat, 21 Jul 2018 09:16 PM (IST)Updated: Sat, 21 Jul 2018 09:16 PM (IST)
बासमती के अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मंडीकरण की व्यवस्था होगी : पन्नू
बासमती के अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मंडीकरण की व्यवस्था होगी : पन्नू

जागरण संवाददाता, अमृतसर : कृषि विभाग के सचिव काहन ¨सह पन्नू ने कहा कि पंजाब सरकार बासमती के मंडीकरण की अंतराष्ट्रीय स्तर पर व्यवस्था करवाएगी। पंजाब सरकार किसानों को बासमती के अधिक से अधिक खेती करवाने के साथ साथ उनके उत्पाद के मंडीकरण की व्यवस्था के लिए भी तैयार है। पन्नू अमृतसर और तरनतारन जिलों के बासमती उत्पादकों की एक विशाल बैठक को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने संदेश दिया कि किसान अगर कम से कम कीटनाशक दवाओं का बासमती के ऊपर उपयोग करें तो उनको अंतराष्ट्रीय स्तर पर उनके उत्पादों का बढि़या मूल्य मिल सकता है वहीं विदेशों में एक्सपोर्ट करने में भी उनकी बासमती को कोई रूकावट सहन नहीं करनी पडेंगी।

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पन्नू ने कहा कि सीमांत गांवों के किसानों ने बढि़या किस्म की बासमती पैदा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पंजाब नाम रौशन किया है। किसानों को कीटनाशक दवाओं का उपयोग कृषि विश्वविद्यालय के विशेषज्ञों की सलाह के बिना उपयोग नहीं करनी चाहिए। अधिक कीटन नाशक दवाओं के उपयोग से पैदा बासमती एक्सपोर्ट के दौरान रिजेक्ट हो जाती है। उन्होंने संबोधित करते हुए कहा कि बासमती का एक्सपोर्ट कारोबार 50 हजार करोड़ रूपये से अधिक है। थोडे़ से कमिशन के चलते विक्रेता बहुत अधिक कीटनाशक उपयोग करने की सलाह दे देते हैं। अधिक कीटनाशक वाली बसमती पैदा होने के कारण एक्सपोर्ट कम हो रहा है। किसानों को जागृत होना होगा नहीं तो उनका अपना ही उत्पाद अंतरराष्ट्रीय मंडी में नाकार दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह भी यकीनी बनाया जाएगा कि बासमती के उपर छडकाव करने के लिए खतरनाक जहर किसानों को न बेचे जाएं। क्योंकि इन दवाओं के अंश चावल में चले जाते है। दवा विक्रेताओं को भी इस गंभीरता का समझना होगा और विशेषज्ञों की राय के अनुसार ही दवाएं बेचनी होंगी।

उन्होंने बताया कि इस वर्ष बासमती के अधीन पाच लाख हेकटेयर भूमि को लाया गया है। इस बार 40 लाख टन बासमती की पैदा होना संभावना है। जिला कृषि अधिकारी डा दलबीर ¨सह छीना ने संबोधित करते हुए कहा कि अमृतसर जिले में ही 80 हजार हैक्टेयर भूमि पर बासमती की बिजाई की गई है। इस दौरान राइस मिलर एसोसिएशन के एलान किया कि कीटनाशक रहत बासमती पर वह 500 रूपये प्रति ¨क्वटल अधिक रेट देंगे। इस दौरान डायरेक्टर पौदा सुरक्षा सुखदेव ¨सह संधू, डॉ. रितेश शर्मा, डीसी कमलदीप ¨सह, डॉ. अमरजीत ¨सह ,डॉ. गुरमीत ¨सह, डॉ. गुरदीप ¨सह आदि मौजूद थे।


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