सिर्फ ट्रांसफर नहीं, सिविल सर्जन को बर्खास्त करे सरकार
गर्भवती महिला का वीडियो शूट प्रकरण सिविल सर्जन डा. नवदीप सिंह के गले की फांस बन चुका है।
जागरण संवाददाता, अमृतसर : गर्भवती महिला का वीडियो शूट प्रकरण सिविल सर्जन डा. नवदीप सिंह के गले की फांस बन चुका है। 24 नवंबर को महिला आयोग ने पेशी पर बुलाया है तो रविवार को शहर की प्रमुख स्वयंसेवी संस्थाओं ने डा. नवदीप सिंह के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। प्रोग्रेसिव यूथ फोरम के अध्यक्ष अंकुर गुप्ता व कृष्णा स्क्वेयर वेलफेयर सोसाइटी के प्रधान सुक्रांत काला, आम आदमी पार्टी के ब्लाक अध्यक्ष अमनबीर सिंह ने इस संवेदनशील मुद्दे पर मुख्यमंत्री को दखल देने की अपील की।
अंकुर गुप्ता ने कहा कि गर्भवती महिला की डिलीवरी कर उसका वीडियो बनाकर प्रसारित करना सिविल सर्जन जैसे पद पर विराजमान अधिकारी को शोभा नहीं देता। यह नियमों का उल्लंघन है। स्वास्थ्य विभाग ने सिर्फ उनका तबादला किया है, जबकि ऐसे अधिकारी को पद से बर्खास्त कर देना चाहिए। इस अवसर पर महिला के ससुर चरणदास ने कहा कि सिविल सर्जन ने चिकित्सा जगत को शर्मसार किया है। मेरा परिवार घुट घुट कर जी रहा है। जब तक उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं होती वह चैन से नहीं बैठेंगे। सैकड़ों शिकायतें आती हैं, निपटारा नहीं करते सिविल सर्जन
अंकुर गुप्ता ने कहा कि सिविल सर्जन कार्यालय में लोगों की शिकायतों के अंबार लगे हैं। सिविल सर्जन इन शिकायतों का समय पर निपटारा नहीं करते। सिविल सर्जन महिलाओं की डिलीवरी करके वीडियो बनाते हैं। यदि उन्हें डिलीवरी करने का जुनून हैं तो दूरस्थ गांवों में स्थित स्वास्थ्य केंद्रों में जाएं, जहां गायनी डाक्टर नहीं। सिविल अस्पताल में तो चार गायनी डाक्टर हैं। ऐसे अधिकारी को पंजाब सरकार शीघ्र बर्खास्त करे। इनका रजिस्ट्रेशन भी रद किया जाए।