सात माह बाद पर्यटकों के लिए खुला किला गोबिंदगढ़, मास्क व शारीरिक दूरी के नियमों का करना होगा पालन
महाराजा रणजीत सिंह और आजादी के इतिहास को रूबरू करवाने वाला किला गोबिंदगढ़ मंगलवार को आमजन के लिए खोल दिया गया। सरकार की ओर से जारी निर्देशों का पालन करेगा प्रबंधन किला प्रबंधकों की ओर से सुरक्षा के इंतजाम के साथ-साथ सरकार द्वारा जारी सभी निर्देशों का पालन किया जाएगा।
अमृतसर, जेएनएन। महाराजा रणजीत सिंह और आजादी के इतिहास को रूबरू करवाने वाला किला गोबिंदगढ़ को मंगलवार को आमजन के लिए खोल दिया गया। उल्लेखनीय है कि यह किला कोरोना काल में करीब सात माह से बंद था। सरकार की ओर से जारी निर्देशों का पालन करेगा प्रबंधन किला प्रबंधकों की ओर से सुरक्षा के इंतजाम के साथ-साथ सरकार द्वारा जारी सभी निर्देशों का पालन किया जाएगा, ताकि लोगों को कोरोना से बचाया जा सके।
प्रबंधकों का कहना है कि पर्यटकों के किले में आने पर उन्हें सैनिटाइज करके ही अंदर जाने दिया जाएगा। साथ ही मास्क लगाना और शारीरिक दूरी का पालन करना हर किसी को अनिवार्य है। पहले दिन पर्यटों की संख्या रही कम किला प्रबंधकों ने बताया कि पहले की ही तरह किले में सारा संचालन हो रहा है। लोग आसानी से घूम फिर सकते हैं। खाने-पीने का सामान भी ले सकते हैं और सेवन डी व लेजर शो का भी लुत्फ उठा सकते हैं। हालांकि पहले दिन किला खुलने पर ज्यादा लोग तो नहीं आए।
ट्रेनों का परिचालन होते ही बढ़ेगी टूरिस्टों की संख्या
किला गोबिंदगढ़ के प्रबंधकों का कहना है कि उन्हें उन्हें उम्मीद है कि जैसे ही ट्रेनों का परिचालन शुरू होगा टूरिस्टों की संख्या भी पहले की तरह बढ़ जाएगी। उन्होंने कहा कि कोरोना काल के दौरान एहतियात के तौर पर किले को टूरिस्टों के लिए बंद कर दिया गया था। सिख साम्राज्य का गवाह है किला किला गोबिंदगढ़ का संबंध सिख साम्राज्य के अलावा, सिख-एंग्लो इतिहास से भी जुड़ा है। शेर-ए-पंजाब महाराजा रणजीत सिंह के अलावा जनरल डायर भी इसी किले में रुका था।