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जीएनडीयू के मिठड़ा कॉलेज की महिला असिस्टेंट प्रोफेसर ने लगाया अब अधिकारियों पर प्रताड़ना के आरोप

अमृतसर गुरु नानक देव विश्वविद्यालय के कंस्टीट्यूट कॉलेज बेबे नानकी कॉलेज मिठड़ा की एक एडहॉक महिला असिस्टेंट प्रोफेसर ने कालेज के ¨प्रसिपल व अंग्रेजी विभाग के एक सहायक प्रोफेसर पर मानसिक तौर पर परेशान करने के आरोप लगाए हैं।

By JagranEdited By: Published: Mon, 10 Sep 2018 12:54 AM (IST)Updated: Mon, 10 Sep 2018 12:54 AM (IST)
जीएनडीयू के मिठड़ा कॉलेज की महिला असिस्टेंट प्रोफेसर ने लगाया अब अधिकारियों पर प्रताड़ना के आरोप
जीएनडीयू के मिठड़ा कॉलेज की महिला असिस्टेंट प्रोफेसर ने लगाया अब अधिकारियों पर प्रताड़ना के आरोप

जागरण संवाददाता, अमृतसर

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गुरु नानक देव विश्वविद्यालय के कंस्टीट्यूट कॉलेज बेबे नानकी कॉलेज

मिठड़ा की एक एडहॉक महिला असिस्टेंट प्रोफेसर ने कालेज के ¨प्रसिपल व अंग्रेजी विभाग के एक सहायक प्रोफेसर पर मानसिक तौर पर परेशान करने के आरोप लगाए हैं। महिला असिस्टेंट प्रोफेसर ने जीएनडीयू के वीसी और रजिस्ट्रार को लिखित शिकायत भेज कर उसे प्रताडि़त करने वाले दोनों आरोपितों के खिलाफ यूजीसी के नियमों अनुसार कार्रवाई करने की मांग की है।

महिला अस्सिटेंट प्रोफेसर ने शिकायत की प्रतियां पंजाब सरकार और यूजीसी के चेयरमैन को भी भेजी हैं। पीडि़ता ने जीएनडीयू एसोसिएशन आफ एडहाक टीचर्स के पदाधिकारियों के समक्ष भी मामला उठाया है।

महिला अस्सिटेंट प्रोफेसर ने अपनी शिकायत में लिखा है कि वह पंजाब व हरियाण हाईकोर्ट में दायर पटीशन के आदेशों पर वर्ष 2018- 19 सेशन के शुरूआत में ही कालेज में पढ़ा रही है। परंतु उसे एक सुनियोजित ढंग से कालेज के ¨प्रसिपल और एक अंग्रेजी विभाग के प्रोफेसर की ओर से जानबूझ कर परेशान किया जा रहा है। जब वह कक्षा में पढ़ा रही होती है तो कक्षा में आ कर उक्त दोनों अधिकारी बार-बार उसे बच्चों के सामने बुरा-भला कहते हैं। उसे कक्षा

से बाहर जाने के लिए कहा जाता है। बैठक के दौरान उसे उक्त दोनों आरोपित मेरे खिलाफ अध्यापकों को हस्ताक्षर करने के लिए मजबूर करते है। आरोपितों की ओर से उसके खिलाफ एक पत्र निकाला गया है उसे लेक्चर बेस पर रखा गया है उसे किसी भी समय नौकरी से निकाला जा सकता है। इस पत्र पर उसे जबरदस्ती हस्ताक्षर करने के लिए मजबूर किया जा रहा है। जबकि किसी भी अन्य

कॉलेज मे किसी एडहाक अध्यापक से इस तरह के हस्ताक्षर नहीं करवाए जा रहे और न ही विश्वविद्यालय की ओर से इस तरह के पत्र पर हस्ताक्षर करवाने के कोई लिखित आदेश जारी किए गए है। कालेज में पढाई का समय खत्म होने के बाद भी उसे गैर कानूनी ढंग से देर शाम तक कॉलेज में बैठने के लिए मजबूर किया जा रहा है। पीडि़ता की ओर से लगाए आरोपों में यह भी कहा कि वह पंजाबी

विषय की अध्यापक है और उसे आरोपितों में एक अंग्रेजी विभाग के प्रोफेसर ने नोटिस निकाला है कि वह अपनी कक्षाएं सही ढंग से नही पढ़ा रही है। जबकि मैं यूजीसी की ओर से तय नियमों के अनुसार ही कक्षाएं पढ़ा रही हूं।

शिकायत मिलने पर जांच करवाएंगे: रजिस्ट्रार डॉ. काहलों

जीएनडीयू के रजिस्ट्रार डॉ. केएस काहलों ने कहा कि उनके पास अभी शिकायत पहुंची नही है। जैसे ही शिकायत पहुंचती है वह इस की

जांच करवाएंगे और आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई होगी।


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