सेना में नौकरी दिलाने के नाम पर अमृतसर के दो युवकों से सात लाख ठगे
सेना में नौकरी दिलाने के नाम पर अमृतसर के दो युवकों से 707400 रुपये की ठगी हुई है।
जागरण संवाददाता, राची, अमृतसर : सेना में नौकरी दिलाने के नाम पर अमृतसर के दो युवकों से 7,07400 रुपये की ठगी हुई है। इस मामले में नामकुम की आर्मी इंटेलिजेंस टीम ने वीरवार को उत्तर प्रदेश के झासी के भेल थाना क्षेत्र के संदीप सिंधु को राची के नामकुम से गिरफ्तार किया है। ठगी के शिकार पंजाब के अमृतसर निवासी सुखजिंदर सिंह व जगरूप सिंह के बयान पर नामकुम थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। थाना प्रभारी प्रवीण कुमार ने बताया कि संदीप पिछले कई महीनों से सेना में नौकरी दिलाने के लिए ठगी करता आया है।
बताया गया कि अक्टूबर 2020 में दिल्ली से पुणे के लिए हमसफर एक्सप्रेस में यात्रा के दौरान दोनों की मुलाकात संदीप सिंधु से हुई थी। तब संदीप ने खुद को उसी ट्रेन में सफाई कर्मचारियों का हेड बताया। कहा कि उसकी पहचान आर्मी के अधिकारियों से है, अगर उन्हें सेना में भर्ती होना है तो छह-छह लाख रुपये देने होंगे। संदीप की बातों में आकर सुखजिंदर और जगतरूप ने मैट्रिक का मूल प्रमाण पत्र, आधार कार्ड एवं पैन कार्ड उसे दे दिए। कागजात लेने के बाद संदीप ने मोबाइल नंबर 8090244508 पर संपर्क करते रहने एवं छह महीने के भीतर पैसे का इंतजाम कर लेने को कहा।
इस बीच संदीप के स्वजनों और दोस्तों के खातों में सुखजिंदर ने 3,19,000 और जगतरूप ने 3,88,400 रुपये डाल दिए। ठगी के शिकार युवकों के अनुसार आधा पैसा देने के बाद संदीप ने सेना का ज्वाइनिंग लेटर भेजा और बाकी पैसे की माग की। कहा कि राची जाकर ज्वाइन कर लेना। इस बीच शक होने पर युवकों ने ज्वाइनिंग लेटर नामकुम स्थित सेना कैंट भेजा, इसके बाद फर्जीवाड़े का पर्दाफाश हुआ। इंटेलिजेंस टीम ने युवकों को राची बुलाया, फिर जाल बिछाकर ठगों को को पकड़ा
फर्जी ज्वाइड्क्षनग लेटर प्राप्त होने के बाद सेना की इंटेलिजेंस टीम ने पंजाब के दोनों युवकों को राची बुलाया। फिर इंटेलिजेंस टीम के कहने पर युवकों ने बाकी पैसा लेने के लिए ठग को राची बुलाया। जैसे ही संदीप नामकुम पहुंचा, टीम ने नामकुम थाना पुलिस के सहयोग से उसे धर दबोचा। छह राज्यों में पुलिस कर रही छानबीन
सेना में बहाली मामले के नाम पर ठगी को लेकर सेना की इंटेलिजेंस टीम तो सक्रिय है ही, राची पुलिस भी छह राज्यों में छानबीन कर रही है। इससे पहले 27 जुलाई को पुलिस ने ठगी के आरोप में पंकज सिंह को गिरफ्तार किया था। इसका गिरोह जम्मू कश्मीर, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान, पंजाब व हरियाणा में सक्रिय था। पंकज राची के ही जगरनाथपुर में रहकर यह धंधा चलाता था। वहीं, 26 अगस्त को इसी गिरोह से जुड़े शौकत अली को गिरफ्तार किया गया था। शौकत सेना के एमईएस में चौकीदार था। नामकुम स्थित एमईएस गेस्ट हाउस में वह फर्जी वर्दी पहनकर मेडिकल और टेस्ट लिया करता था।