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गुरु नानक देव अस्पताल में चतुर्थश्रेणी कर्मी बन गया 'डॉक्‍टर', मरीज ने तड़प-तड़प कर दम तोड़ा

अमृतसर के एक अस्‍पताल में लापरवाही का मामला सामने आया है। एक चतुर्थश्रेणी कर्मी डॉक्‍टर का काम करने लगा। उसने एक मरीज को ऑक्‍सीजन माक्‍स लगाकर लेवल बढ़ा दिया। इससे उसकी मौत हो गई।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Sat, 27 Apr 2019 12:21 PM (IST)Updated: Sat, 27 Apr 2019 12:22 PM (IST)
गुरु नानक देव अस्पताल में चतुर्थश्रेणी कर्मी बन गया 'डॉक्‍टर', मरीज ने तड़प-तड़प कर दम तोड़ा
गुरु नानक देव अस्पताल में चतुर्थश्रेणी कर्मी बन गया 'डॉक्‍टर', मरीज ने तड़प-तड़प कर दम तोड़ा

अमृतसर, [नितिन धीमान]। शहर के गुरु नानक देव अस्पताल में लापरवाही का एक और मामला सामने अाया है। यहां एक दर्जा चार कर्मचारी डॉक्‍टर बन गया और एक मरीज की जान ले ली। उसने मरीज के मुंह पर ऑक्सीजन मास्क लगाया और फिर लेवल बढ़ा दिया। इससे मरीज के फेफड़ों में जरूरत से ज्यादा ऑक्सीजन पहुंच गया और उसकी मौत हो गई।

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मरीज के फेफडों में अधिक ऑक्सीजन पहुंचने से उसका पेट फूल गया। ऑक्सीजन मास्क के साथ लगा हरे रंग का ब्लेडर भी फट गया और मरीज ने तड़प-तड़प कर दम तोड़ दिया। इस घटना के बाद गुस्साए परिजनों ने डॉक्टरों को खरी खोटी सुनाई, पर डॉक्टरों ने सुरक्षा कर्मचारियों को बुलाकर उन्हें वहां से हटा दिया।

फेफड़ों में जरूरत से ज्यादा ऑक्सीजन पहुंचने से बटाला निवासी परमिंदर की मौत

मरीज के भाई परमजीत सिंह ने बताया कि उसका ममेरा भाई बटाला निवासी परमिंदर सिंह एक माह पूर्व मोटरसाइकिल का स्टैंड लगाते वक्त कूल्हे के बल गिर गया था। उसके कूल्हे में फ्रैक्चर हो गया था। गंभीर अवस्था में उसे जीएनडीएच के आइसीयू में भर्ती किया गया थ। मरीज का शुक्रवार दोपहर जरूरी टेस्ट करवाने के लिए आइसीयू वार्ड में कार्यरत दर्जा चार कर्मचारी से व्हील चेयर लाने को कहा तो उसने इन्कार कर दिया।

स्ट्रेचर पर ले जाते मास्क उतरा तो दर्जा चार कर्मचारी ने मास्क लगाकर बढ़ा दिया लेवल

परमजीत सिंह ने बताया कि काफी मिन्नतों के बाद उक्‍त कर्मचारी व्हील चेयर की बजाय स्ट्रेचर ले आया। परमिंदर को सांस लेने में दिक्कत थी। उसे ऑक्सीजन मास्क लगा था। दर्जा चार कर्मचारी ने परमिंदर को स्ट्रेचर पर लिटाया तो मास्क निकल गया। इस पर उसने फिर से मास्क लगा ऑक्सीजन का लेवल बढ़ा दिया।

हम परमिंदर को लेकर लेबोरेट्री की ओर जा रहे थे कि अचानक उसका पेट फूलने लगा। देखते ही देखते मास्क के पास लगा हरे रंग का ब्लेडर फट गया। इसके बाद परमिंदर तड़पने लगा और कुछ ही पल में उसने स्ट्रेचर पर ही दम तोड़ दिया। इस घटना के तुरंत बाद दर्जा चार कर्मचारी वहां से भाग गया। हम डॉक्टर के पास गए तो उन्होंने हमें ही बुरा भला कहा। डॉक्टर ने सुरक्षा कर्मचारियों को बुलाकर हमें डराने की कोशिश भी की।

अकाली नेता सविता की बहन का बेटा था परमिंदर

वहीं अस्पताल पहुंचीं अकाली नेता सविता संधू ने बताया कि मृतक परमिंदर उसकी बहन का बेटा था। डॉक्टर की लापरवाही की वजह से यह घटना हुई है। मामले की शिकायत अस्पताल के मेडिकल सुपङ्क्षरटेंडेंट से करेंगे। साथ ही पुलिस को भी शिकायत पत्र देंगे।

मामले की जांच करवाई जाएगी : एमएस

'' मुझे जानकारी मिली है कि एनेस्थीसिया विभाग के डॉक्टर हरजीत ङ्क्षसह को इस घटना के विषय में मालूम है। मैं जांच करवाउंगा। वैसे मरीज परमिंदर की हालत गंभीर थी।

                                                                                                - डॉ. शिवचरण, मेडिकल सुपरिंटेंडेंट।

स्ट्रेचर पर ले जाते मास्क जरूर खुला था : डॉ. हरजीत

डॉ. हरजीत सिंह ने कहा कि परमिंदर को जब स्ट्रेचर पर ले जाया गया तब ऑक्सीजन मास्क खुला था। मास्क खुलने के बाद ऑक्सीजन का लेवल सेट करना पड़ता है। दर्जा चार कर्मचारी ने ऐसा किया। लेकिन पल भर में मरीज की मौत हो गई।


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