गुरुनगरी का विरासती रूप देख गदगद हुए विदेशी मेहमान
गुरुनगरी आए 84 देशों के राजदूत अमृतसर का विरासती रूप देखकर गदगद हो उठे।
विपिन कुमार राणा, अमृतर : गुरुनगरी आए 84 देशों के राजदूत अमृतसर का विरासती रूप देखकर गदगद हो उठे। श्रीगुरु रामदास जी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर परंपरागत स्वागत और उसके बाद हेरिटेज स्ट्रीट पर स्कूलों के बच्चों द्वारा पुष्पवर्षा से स्वागत देख बरबस ही उनके मुंह से वाह-वाह निकल गया। अमृतसर की यादों को उन्होंने अपने मोबाइल कैमरों में सहेजने में जहां कोई कसर नहीं रखी, वहीं हेरिटेज स्ट्रीट की विरासती लुक वह बार-बार निहार रहे थे।
एयरपोर्ट से जैसे ही शिष्टमंडल हेरिटेज स्ट्रीट स्थित महाराजा रणजीत सिंह के बुत के पास पहुंचा तो शेर-ए-पंजाब महाराजा रणजीत सिंह के विशालकाय बुत देख बरबस ही वहां रुके ओर उसे पूरी तरह निहारा। धर्म सिंह मार्कीट की हेरिटेज लुक के अलावा मार्कीट के बाहर लगी हुई गिद्दा डालती मुटियारों व भंगड़ा डालते गबरूओं के बुतों के साथ भी फोटो खींची। पूरे हेरिटेज स्ट्रीट में राजदूतों की नजर उसके विरासती रूप पर ही रही। शिष्टमंडल के आगे गतका की टीमों ने अपने करतब दिखाए। उनके यह एक भी नया अनुभव था। इसके बाद शिष्टमंडल होटल ताज पहुंचा, जहां पर्यटन विभाग द्वारा उन्हें पंजाब की विरासत को लेकर पीपीटी प्रजेंटेशन भी दी।
इंटरपीटेशन सेंटर में जाना बना इतिहास
शिष्टमंडल लेकर आए केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी ने पूरा मोर्चा संभाले रखा। एयरपोर्ट पर कैबिनेट मंत्री सुखबिदर सिंह सुखसरकारिया ने पंजाब सरकार की तरफ से जहां शिष्टमंडल का स्वागत किया, वही उनके साथ सांसद गुरजीत सिंह औजला व प्रशासनिक अधिकारी रहे। औजला दरबार साहिब तक उनके साथ रहे और उसके बाद चले गए। भाजपा नेताओं ने पुरी के साथ भाजपा प्रदेश अध्यक्ष व राज्यसभा सदस्य श्वेत मलिक के नेतृत्व में गोल्डन प्लाजा स्थित इंटरपीटेशन सेंटर में ही मुलाकात की। इंटरपीटेशन सेंटर की चार गैलरियों में उन्होंने सिख इतिहास, श्रीदरबार साहिब की मर्यादा, सिख गुरु साहिबानों की जानकारी के अलावा श्री गुरु ग्रंथ साहिब के बारे में विस्तार से जानकारी ली।
सुरक्षा का रहा कड़ा घेरा
84 देशों के राजदूतों की आमद को लेकर पूरा शहर पुलिस छावनी में तबदील रहा। एयरपोर्ट से लेकर श्रीदरबार साहिब तक लगे रूट में जब शिष्टमंडल का काफिला गुजरा तो उससे पहले ही आवाजाई रोक दी गई। धर्म सिंह मार्कीट से लेकर दरबार साहिब तक शिष्टमंडल के सदस्य कड़े सुरक्षा घेरे में रहे ओर उनके पास भी किसी को फटकने नहीं दिया गया।