श्री दरबार साहिब में नतमस्तक हुए विदेशी प्रतिनिधि, जालियांवाला बाग भी गए
'हार्ट ऑफ एशिया' सम्मेलन में भाग लेने यहां आए विभिन्न देशों के प्रतिनिधियों ने गुरुनगरी का भ्रमण किया। वे श्री दरबार साहिब में दर्शन करने गए और जालियांवाला बांग भी गए।
जेएनएन, अमृतसर। 'हार्ट ऑफ एशिया' सम्मेलन में भाग लेने यहां आए विभिन्न देशों के अधिकारियों व प्रतिनिधियों ने गुरुनगरी का भ्रमण किया। उन्होंने सबसे पहले श्री दरबार साहिब में दर्शन किए और माथा टेका। इसके बाद वे जलियांवाला बाग गए और शहीदों को श्रद्धांजलि दी।
यहां होटल रेडिशन ब्ल्यू में शनिवार को दो दिवसीय 'हार्ट ऑफ एशिया' सम्मेलन के पहले दिन बैठक में शामिल होने के बाद सभी विदेशी प्रतिनिधि श्री स्वर्ण मंदिर साहिब पहुंचे। वहां उन्होंने श्री दरबार साहिब में दर्शन किए और माथा टेका। विदेशी अधिकारी वहां आकर बेहद उत्साहित और प्रसन्नचित दिखे।
फोटो गैलरी : अमृतसर में हार्ट आॅफ एशिया सम्मेलन शुरू, देखें तस्वीरें
श्री दरबार साहिब दर्शन करने पहुंचे विदेशी प्रतिनिधि प्रसाद ग्रहण करते हुए।
उनका यहां पहुंचने पर शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अधिकारियाें ने स्वागत किया। सभी अधिकारियाें ने श्री दरबार साहिब परिसर को देखा। लंगर हॉल सहित विभिन्न जगहाें पर गए। इस दौरान एसजीपीसी के अधिकारियों ने यहां के महत्व और खूबियों के बारे में जानकारी दी। विदेशी प्रतिनिधियों ने श्री दरबार साहिब और श्री स्वर्ण मंदिर साहिब की धार्मिक मान्यताआें के बारे में जानकारी प्राप्त की। वे दरबार साहिब की आभा से चमकृत दिखे।
हेरिटेज स्ट्रीट देख बाग-बाग हुए विदेशी डेलीगेट्स
वे श्री दरबार साहिब के आसपास 72 करोड़ रुपये से बनाई गई हेरिटेज स्ट्रीट से गुजरे तो पंजाबी विरसे की झलक देख बाग-बाग हो उठे। महाराजा रणजीत सिंह की 40 फुट ऊंची प्रतिमा और विरासती रूप से सजी इमारतों को वे देखते ही रह गए। इनमें भारत के अलावा पाकिस्तान के विदेश मंत्री तारिक अजीज सहित 15 अलग-अलग एशियाई देशों के विदेश मंत्री शामिल थे।
विभिन्न देशों के प्रतिनिधियों ने श्री हरिमंदिर साहिब में माथा टेका और कड़ाह प्रसाद भी लिया। इसके बाद वे श्री दरबार साहिब के सूचना केंद्र में पहुंचे। यहां उनको एसजीपीसी के पदाधिकारियों ने उनको श्री हरिमंदिर साहिब का मॉडल, सिरोपा, शॉल व धार्मिक पुस्तकों का सेट देकर सम्मानित किया।
श्री हरिमंदिर साहिब शांति का स्रोत
श्री हरिमंदिर साहिब की विजिटर बुक में जापान, यूएसए, कजाखस्तान, चीन व इटली के मंत्रियों ने लिखा कि श्री हरिमंदिर साहिब शांति का स्रोत है। कहा, यह समूची मानवता का पावन स्थल है। श्री हरिमंदिर साहिब नतमस्तक होने के बाद एसजीपीसी ने उन्हें पूरा मान सम्मान दिया। वे इसके लिए एसजीपीसी के आभारी है।
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इसके बाद विदेशी प्रतिनिधियाें को जालियांवाला बाग ले जाया गया। उन्होेंने वहां शहीद स्मारक पर श्रद्धांजजि अर्पित की। उन्होंने जालियांवाला बाग के विभिन्न हिस्सों काे देखा। अधिकािरयों ने उनको जालियांवाला की घटना और आजादी के आंदोलन में शहादत देने वाले वीरों की दास्तान सुनाई तो वे हैरान रह गए।
जालियावाला बाग में शहीद स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित करते विदेशी प्रतिनिधि।
पढ़ें : 'हार्ट ऑफ एशिया' सम्मेलन : पीएम मोदी पहुंचे , कई मामलों पर पाक को घेरेगा भारत डेलीगेट्स ने जलियांवाला बाग में शहीदों को नमन भी किया। जलियांवाला बाग ट्रस्ट के सचिव एसके मुखर्जी ने इसके इतिहास के बारे में जानकारी दी। डेलीगेट्स ने शहीदी कुआं, अमर जवान ज्योति, शहीदी लाट के अलावा 13 अप्रैल 1919 में जनरल डायर की ओर से की गई फायरिंग के फायरिंग प्वाइंट और दीवारों पर लगे गोलियों के निशान देखे।
देखें तस्वीरें : विदेशी प्रतिनिधियों ने देखी गुरुनगरी, श्री दरबार साहिब में माथा टेका
प्रतिनिधिमंडल में कौन-कौन
अफगानिस्तान के विदेश मामलों के विभाग मंत्री मिस्टर रबानी सलाहुद्दीन, अजरबेजान के इंटरनेशनल सुरक्षा विभाग के मुखी मिस्टर गया ममादेव, चीन के एशिया मामलों के विभाग से संबंधित सहायक विदेश मंत्री कोंग युआनयू, कजाखस्तान के विदेश मामलों से संबंधित विभाग के डिप्टी मंत्री मिस्टर अकेबिक कमालडीनोव, अफगानिस्तान में रूस के प्रधानमंत्री के विशेष प्रतिनिधि जमीर काबुलोव, भारत में स्थित सउदी अरब दूतावास के राजदूत साऊद मोहम्मद अलसती शामिल थे।
इनमें तजाकिस्तान के पहले डिप्टी मिनिस्टर मिस्टर निजोमद्दीन जुहेदी, तुर्की के विदेश मामलों से संबंधित मंत्री मेवलूट कोबूसोगलू, तुर्कमेनिस्तान के विदेश मंत्री रसीद मेरिडोव, यूएई से डिप्टी विदेश मंत्री व आईसी फॉर इक्नॉमिक्स अफेयर मिनिस्टर अलसैयद मोहम्मद एच सरफ, ईरान के विदेश मामलों से संबंधित विभाग के मंत्री डॉ. जावेद जारिफ, किर्गिस्तान के विदेशी मामलों से संबंधित मंत्री मिस्टर जेम्स हॉल, अफगानिस्तान में कनाडा के राजदूत कनीत न्यूफेलड, डेनमार्क के राजनीतिक निर्देशक जेसपुर मोलर, मिस्र के विदेश मामलों से संबंधित उप मंत्री अंबेसडर यासिर मराद उस्मान होसनी।