सुखविदर आत्महत्या मामले में पीए परमजीत, एएसआइ नरिदर सहित पांच भूमिगत
कांग्रेसी विधायक इंद्रबीर सिंह बुलारिया के पीए परमजीत सिंह जुनेजा का विरोध किया।
जागरण संवाददाता, अमृतसर :
कांग्रेसी विधायक इंद्रबीर सिंह बुलारिया के पीए परमजीत सिंह जुनेजा उर्फ पम्मा और उसके चार साथियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने छापामारी शुरू कर दी है। गहना कारोबारी सुखविदर सिंह की तरफ से की गई आत्महत्या के मामले में 24 घंटे बीत जाने के बावजूद पुलिस एक भी आरोपित को काबू नहीं कर पाई है। पुलिस की कार्रवाई के विरोध में पीड़ित परिवार ने बी डिवीजन थाने के बाहर शव रखकर प्रदर्शन किया और विधायक व पीए के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। धरने के दौरान सुल्तानविड रोड, तरनतारन रोड, सौ फुटी रोड और शेरांवाला गेट तक जाम लग गया। धरने के बारे में पता चलते ही एसीपी मंजीत सिंह मौके पर पहुंच गए। धरनाकारियों को शांत करवाने के लिए उनसे बातचीत की गई। लेकिन वह आरोपित पीए परमजीत सिंह, एएसआइ नरिदर सिंह, कारोबारी हरभजन सिंह उसके बेटे जज और गोरा की गिरफ्तारी को लेकर अड़े रहे। सुखविदर सिंह बब्बू के बेटे अमन सिंह और मेजर सिंह ने बताया कि जब तक पुलिस उक्त आरोपितों को गिरफ्तार नहीं कर लेती वह शव का संस्कार नहीं करेंगे।
उधर, सीपी के आदेश पर एसीपी मंजीत सिंह पुलिस बल के साथ धरनाकारियों को समझाने के लिए डटे रहे। लेकिन उन्होंने पुलिस की एक नहीं सुनी। इधर, अकाली दल बादल के दक्षिण हलका के उम्मीदवार तलबीर सिंह ने भी कांग्रेसी विधायक इंद्रबीर सिंह बुलारिया और उनके पीए के खिलाफ थाने के बाहर पीड़ित परिवार का सहयोग किया। इस मौके पर उनके साथ अवतार सिंह ट्रकां वाला सहित कई अकाली दल कार्यकर्ता मौजूद थे
ये है मामला
सुखविदर सिंह बब्बू से हरभजन सिंह का पैसों का लेनदेन चल रहा था। हरभजन सिंह ने 25 अक्टूबर को सुखविदर सिंह के घर पर हमला कर दिया था। यही नहीं विधायक के पीए परमजीत सिंह की पम्मा के सहयोग से सुखविदर सिंह और उनके बेटों पर एफआइआर भी दर्ज करवा दी थी। सुखविदर सिंह ने अपने सुसाइड नोट में लिखा था कि अब एफआइआर को खारिज करवाने की एवज में उनसे लाखों रुपयों की मांग की जा रही है। उनके परिवार की महिलाओं को उठाकर थाने ले जाने की धमकियां दी जा रही थी। यही नहीं पीए पम्मा उनसे अलग पैसों की मांग कर रहा था। दुखी होकर वह आत्महत्या कर रहे हैं। सुखविदर ने वहीं सुल्तानविड रोड के पास एक होटल में जहरीला पदार्थ निगलकर आत्महत्या कर ली थी।