किसानों को अपने उत्पाद सीधे बेचने में मिलेगी सुविधा
किसानों को अपने उत्पाद आनलाइन बेचने में काफी सुविधा मिलेगी।
जागरण संवाददाता, अमृतसर : राष्ट्रीय कृषि बाजार (ई-नाम) की पांचवीं वर्षगांठ पर केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर के नेतृत्व में दिल्ली किसान भवन में भारत की आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें कृषि मंत्री ने किसानों की सुविधा के लिए ई-नाम पर मंडी जानकारी पृष्ठ, ई-नाम प्लेटफार्म के साथ आइएमडी मौसम पूर्वानुमान सूचना का एकीकरण और सहकारी माड्यूल जैसे नए माड्यूल लांच किए।
कृषि विभाग के सीनियर मार्केटिंग अधिकारी सतबीर सिंह सग्गू ने बताया कि कार्यक्रम में कृषि मंत्री ने बताया कि केंद्र सरकार ने साहसपूर्वक कृषि सुधार किए व कानून लाए गए हैं। देश में बड़ा वर्ग इनका समर्थन और स्वागत कर रहा है। ई-नाम प्रोजेक्ट हो या कृषि सुधार बिल, ये सब किसानों के जीवन स्तर में सुधार लाने वाले हैं। किसानों की आमदनी बढ़ाने वाले हैं। एक हजार मंडियों में ई-नाम की सफलता को देखते हुए अब एक हजार अतिरिक्त मंडियों को जोड़ने का निर्णय लिया गया है। अब तक 1.70 करोड़ से अधिक किसान और 1.63 लाख व्यापारी ई-नाम प्लेटफार्म पर पंजीकृत हुए हैं। किसान ई-नाम पोर्टल पर पंजीकरण कराने के लिए स्वतंत्र हैं और वे सभी ई-नाम मंडियों पर व्यापारियों के साथ आनलाइन बिक्री के लिए अपनी उपज को अपलोड कर रहे हैं और व्यापारी बिक्री के लिए उपलब्ध लाट की बोली लगा सकते हैं। ई-नाम प्लेटफार्म पर अनुमानित 1.30 लाख करोड़ रुपये का कुल संयुक्त व्यापार रिकार्ड किया गया है।
मंडी जानकारी पृष्ठ किसानों को एक ही वेब पेज में संबंधित राज्य की ई-नाम मंडियों में कारोबार की जाने वाली जिसों के वास्तविक समय मूल्य प्रदान करने के लिए डिजाइन किया गया है। अब ई-नाम पर प्रदान किए गए सहकारी व्यापार माड्यूल का उद्देश्य सहकारी समितियों को अपने संग्रह केंद्र व गोदामों से एपीएमसी में उपज लाए बिना सदस्यों के फार्मगेट के पास व्यापार करने की सुविधा प्रदान करना है। भारतीय मौसम विज्ञान, मौसम पूर्वानुमान सूचना समेत ई-नाम मंडियों और आसपास के क्षेत्रों के लिए वर्षा और आंधी-तू़फान की सूचना के साथ अधिकतम-न्यूनतम तापमान की सूचना मिलेगी।