डीसी दफ्तर में रैली के बाद किसानों ने फूंका केंद्र सरकार का पुतला
। कृषि विधेयक को रद करने की मांग को लेकर डीसी कार्यालय के बाहर चल रहा किसानों का आंदोलन 14वें दिन में प्रवेश कर गया।
जागरण संवाददाता, अमृतसर
कृषि विधेयक को रद करने की मांग को लेकर डीसी कार्यालय के बाहर चल रहा किसानों का आंदोलन 14वें दिन में प्रवेश कर गया।
रविवार को किसान मजदूर संघर्ष कमेटी पंजाब के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने डीसी कार्यालय में रैली करने के बाद रोष मार्च निकाला। प्रदर्शनकारियों ने अजनाला रोड पर करीब एक घंटा यातयात जाम लगा कर केंद्र सरकार पुतला फूंका। किसानों ने केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
किसान नेताओं सरवण सिंह पंधेर , गुरबचन सिंह चब्बा, रणजीत सिंह , जर्मनजीत सिंह और लखविदर सिंह ने कहा कि बासमती की 1509 किस्म मंडियों में आनी शुरू हो गई है। अब तक कृषि विधेयक लागू नहीं हुआ है फिर भी इसकी कीमत में 600 रुपये की गिरावट आ गई है। वही उत्पादन भी 10 से 12 क्विंटल ही प्रति एकड़ निकल रहा है। इसके चलते किसानों को काफी आर्थिक हानि उठानी पड़ रही है। जबकि इस किस्म का रेट गत वर्ष 2500 रुपये प्रति क्विंटल था। जबकि 1121 किस्म का रेट 5500 रूपा प्रति क्विंटल होना चाहिए। सरकार को बासमती ट्रेडिग कारपोरेशन बना कर धान की सरकारी खरीद करनी चाहिए। इसी तरह कपास , नरमे आदि के रेट भी कम हो रहे हैं।
उन्होंने कहा कि अंबाला में आंदोलन कर रहे किसानों पर पानी की बौछारें डालने की पंजाब के किसान निदा करते हैं। किसानों की ओर से 26 से लेकर 26 सितंबर तक रोल रोको आंदोलन चलाया जाएगा। 25 को पंजाब बंद किया जाए। इस दौरान किसान नेताओं अमरदीप सिह गोपी, सकत्तर सिंह कोटला, बलदेव सिंह , कुलवंत सिंह कक्कड़, किरपाल सिंह कलेरमांगट, झिरमल सिंह , हरपिदर सिंह चमियारी, अजीत सिंह ठठियां, प्यारा सिंह पंडोरी व राजा सिंह आदि ने भी संबोधित किया।