ईएसआइ अस्पताल : मरीज की आंख लगी तो जेब कटी
नितिन धीमान, अमृतसर अस्पतालों में बीमारों का उपचार होता है, लेकिन अमृतसर के ईएसआइ अस्पत
नितिन धीमान, अमृतसर
अस्पतालों में बीमारों का उपचार होता है, लेकिन अमृतसर के ईएसआइ अस्पताल में उपचार से पहले मरीजों की जेब साफ हो रही है। आए दिन चोर रात के समय मरीजों के सामान पर हाथ साफ कर रहे हैं। चोरों ने अस्पताल के नल तक नहीं छोड़े। अस्पताल में सुरक्षा का कोई इंतजाम नहीं।
अस्पताल में दाखिल सीमा देवी ने बताया कि बुधवार की रात वह दवा खाकर सो गई। जब सुबह उठी तो उसका बैग गायब था। उठकर बाहर गई तो बैग सीढि़यों के पास मिला। बैग खाली था। इसमें कपड़े, अस्पताल की पर्चियां व ढाई हजार रुपये नकदी गायब थी। सीमा देवी ने बताया कि पिछले एक सप्ताह में कई मरीजों का सामान गायब हो चुका है। वार्ड की ज्यादातर लाइटें खराब हैं। बाहर घना अंधेरा है। ऐसे में रात को प्यास लगती है तो पानी भरने के लिए बाहर जाने से डर लगता है। हम यहां आकर फंस गए हैं। अभी दो दिन और यहां रहना पड़ेगा।
सीमा देवी के अनुसार अस्पताल में अव्यवस्था फैली हुई है। बेड टूट चुके हैं। रात को डॉक्टर नहीं आते और सुरक्षा कर्मचारी भी मुस्तैद नहीं रहते। खास बात यह है कि अस्पताल के अंदर ही थाना सदर की इमारत है, जहां चौबीसों घंटे पुलिस का पहरा रहता है। इसके बावजूद चोर बड़ी आसानी से अपना काम कर चलते बनते हैं। यहां के हालात देखकर अब डर लगता है कि कहीं रात को उनके साथ कोई अनहोनी न हो जाए।
वार्ड में दाखिल सुदेश रानी ने बताया कि बाथरूमों में गंदगी के ढेर लगे हैं। बाथरूमों में दरवाजे तक नहीं। पानी की आपूर्ति के लिए सिर्फ एक नल लगा है। मजदूरों व उनके परिवारों को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवाने के मकसद से खोले गएर् इएसआइ अस्पताल में दाखिल सभी मरीज परेशान और भयभीत हैं।
बाउंड्री वॉल हो गई गायब
अस्पताल को सुरक्षात्मक कवच पहनाने वाले चारदीवारी गायब हो गई है। दशकों पूर्व बनाई गई चारदीवारी कुछ वर्ष पहले खत्म होने लगी। ईंटें गिरने लगीं और देखते ही देखते यह सुरक्षा कवच टूट गया। अस्पताल प्रशासन ने चारदीवारी बनाने के लिए ईएसआइ कॉरपोरेशन को कई बार लिखा भी, पर कोई सुनवाई नहीं हुई। इसका नतीजा यह है कि चोर बड़ी आसानी से अंदर दाखिल होकर वारदात को अंजाम दे जाते हैं।
हमारे पास सुरक्षा कर्मचारी नहीं हैं
ईएसआइ अस्पताल की मेडिकल सुप¨रटेंडेंट डॉ. न¨रदर कौर का कहना है कि हमारे पास सुरक्षा कर्मचारी नहीं हैं। दर्जा चार कर्मचारियों की भी भारी कमी है। मैंने विभाग को इन सभी बातों से अवगत करवाया दिया है। जल्द ही कोई व्यवस्था हो जाएगी।