बदमाशों ने नशा तस्करों को गिरफ्तार कर ला रही पुलिस पार्टी को बनाया बंधक
तीन तस्करों को पकड़ने पहुंची पुलिस पार्टी को आरोपितों के कुछ साथियों ने बंधक बना लिया। हेरोइन तस्करों ने एएसआइ के डब में लगी पिस्तौल छीन ली और उनकी पगड़ी तक उतार फेंक दी।
जेएनएन, अजनाला (अमृतसर)। भारत-पाक सीमा के साथ सटे गांव कांवे में तीन तस्करों को पकड़ने पहुंची पुलिस पार्टी को आरोपितों के कुछ साथियों ने बंधक बना लिया। हेरोइन तस्करों ने एएसआइ कंवलजीत सिंह के डब में लगी पिस्तौल छीन ली और उनकी पगड़ी तक उतार फेंक दी। यही नहीं, कांस्टेबल केवल की वर्दी भी फाड़ दी। जब पुलिस कर्मियों ने पोजिशन संभालकर मुकाबला करना चाहा तो आरोपित अपनी कार में सवार होकर फरार हो गए। थाना प्रभारी रणधीर सिंह ने बताया कि आठ आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। तीन की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।
पुलिस के मुताबिक, कुछ दिन पहले लोपोके थाने की पुलिस ने एक किलो हेरोइन सहित जुगराज सिंह नामक व्यक्ति को गिरफ्तार किया था। पूछताछ में आरोपित ने बताया था कि वह जेल में बंद विक्रमजीत सिंह उर्फ विक्की (फताहपुर जेल में बंद) के इशारे पर हेरोइन का कारोबार कर रहा है। उक्त कार्रवाई के दौरान पुलिस टीम को गच्चा देकर कांवे गांव निवासी राजबीर सिंह उर्फ अमन फरार हो गया था।
पुलिस ने जेल में बंद विक्रम का प्रोडक्शन वारंट हासिल किया। विक्रम और जुगराज के बताए ठिकानों पर पुलिस ने गिरोह के अन्य सदस्यों राजबीर सिंह (फरार), साजन सिंह और काला सिंह की धरपकड़ शुरू की। गत दिवस पुलिस आरोपितों के गांव कांवे पहुंची थी। तीनों को काबू करके पुलिस दल उन्हें सीआइए स्टाफ में इंटेरोगेशन के लिए ले जा रहा था। इस बीच, आरोपितों के अन्य तीन साथी पलविंदर सिंह, नवजीत सिंह और हरजीत सिंह ने पुलिस को रास्ते में घेर लिया।
आरोप है कि सभी ने पुलिस हिरासत से तीनों तस्करों को भगाने का प्रयास किया। जब आरोपितों की एक नहीं चली तो वह पुलिस मुलाजिमों के साथ हाथापाई पर उतर आए। गुस्साए तस्करों ने एएसआइ कंवलजीत सिंह की पिस्तौल छीन ली। उनको नीचे गिराकर पगड़ी उतार दी और कांस्टेबल केवल की वर्दी फाड़ दी। पुलिस ने जब पोजीशन लेकर जवाबी कार्रवाई करनी चाही तो आरोपित अपनी कार में सवार होकर फरार हो गए।
पकड़े गए आरोपितों राजबीर सिंह, जुगराज सिंह, विक्रम सिंह, साजन सिंह और काला सिंह को अजनाला की अदालत ने दो दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। पुलिस का दावा है कि आरोपितों की निशानदेही पर गिरोह के अन्य सदस्यों का पता लगाकर उन्हें भी जल्द पकड़ लिया जाएगा।