टपकने लगे अस्पताल, बारिश ने किया बुरा हाल
अमृतसर बारिश के प्रकोप से शहर का कोई कोना नहीं बच सका। शहर की सड़कें जहां जलथल हो गईं, वहीं सरकारी अस्पतालों की छतों व दीवारों से पानी रिसने लगा।
जागरण संवाददाता, अमृतसर
बारिश के प्रकोप से शहर का कोई कोना नहीं बच सका। शहर की सड़कें जहां जलथल हो गईं, वहीं सरकारी अस्पतालों की छतों व दीवारों से पानी रिसने लगा। गुरु नगरी के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल गुरुनानक देव अस्पताल की वार्डों की दीवारें टपकने लगीं। ओपीडी, इमरजेंसी, रेडियो डायग्नोस्टिक विभाग, गायनी वार्ड, यहां तक कि मेडिसिन व सर्जरी वार्ड की दीवारों से भी पानी रिसने लगा। वार्डों में दाखिल मरीज छत से टपक रहे पानी से बचने के लिए इधर से उधर होते दिखाई दिए। वहीं इमरजेंसी वार्ड के बाहर जमा पानी की वजह से मरीजों को अंदर आने व बाहर जाने में भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। अस्पताल के रेडियो डायग्नोस्टिक विभाग की गगनचुंबी इमारत भी बारिश का प्रकोप नहीं झेल पाई। विभाग के अंदर पानी घुस गया। सुबह-सवेरे सफाई कर्मचारी पानी निकालने हुए दिखाई दिए।
दरअसल, रविवार को लगातार हुई मूसलाधार बारिश की वजह से गुरुनानक देव अस्पताल परिसर में दो दो फुट पानी जमा हो गया। अस्पताल परिसर में कई कारें व मोटरसाइकिल बंद हो गए। पूरी रात मरीजों के परिजन वार्डों में कैद होकर रह गए। दवा लाने के लिए मेडिकल स्टोर तक पहुंचना भी लोगों के लिए भारी पड़ा। अस्पताल की पार्किंग साइड पर बनी मेन सड़क पानी से लबालब थी। लोग इसी पानी के बीच गुजरकर मजीठा रोड स्थित निजी मेडिकल स्टोर्स पर जाने को मजबूर हुए। सोमवार की सुबह पानी का स्तर धीरे धीरे कम होने लगा, तब जाकर लोगों ने राहत की सांस ली।
दूसरी तरफ शहर के टीबी अस्पताल व ईएनटी अस्पताल में भी जलभराव की समस्या रही। टीबी अस्पताल में तो दूसरे दिन भी पानी की निकासी नहीं हो पाई। इन दोनों अस्पतालों की ओपीडी वार्डों की दीवारों से पानी रिसता रहा। डॉक्टर और मरीज दोनों परेशान दिखे।